संदीप दीक्षित को कांग्रेस के लोग बाहर करवाना चाहते हैं : नसीब सिंह (आईएएनएस साक्षात्कार)

नई दिल्ली, 1 मई . कांग्रेस के पूर्व विधायक नसीब सिंह ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद से खास बातचीत की. उन्होंने कांग्रेस नेताओं के एक के बाद एक पार्टी छोड़ने को लेकर बड़ा बयान दिया. इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को पार्टी के ही लोग बाहर करवाना चाहते हैं.

नसीब सिंह ने कांग्रेस से नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने के सवाल पर से कहा कि अभी मैंने पार्टी छोड़ने के बाद किसी दल में जाने पर कोई फैसला नहीं लिया है. बहुत सारे लोग कांग्रेस छोड़ने के लिए तैयार हैं. दिल्ली के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को बोलते हैं कि 21 लोगों को पार्टी से निकाल दो. इन्होंने बदतमीजी की है. जबकि, बदतमीजी कांग्रेस वालों ने की है, जो बाहरी लोगों को टिकट दे रही है.

उन्होंने जोर देते हुए कहा, “अगर वो पार्टी के रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हैं तो उन्हें पार्टी से निकालने की बात करते हैं. जो राजकुमार मंत्री रहे हैं, उन्हें पार्टी से निकालने की बात करते हैं. जो विधायक रहे सुरेंद्र सिंह, उसको पार्टी से बाहर निकालने की बात करते हैं. संदीप दीक्षित जो दो बार मेंबर ऑफ पार्लियामेंट रहे, उनको पार्टी से निकालने की बात करते हैं. आज चुनाव के दौरान पार्टी के सीनियर नेताओं को बाहर निकालेंगे तो पार्टी में क्या हालात पैदा होंगे. मजबूर होकर अरविंदर सिंह लवली ने भी इस्तीफा दे दिया. हम पार्टी को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इन्होंने पार्टी को डूबो दिया.”

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस का विलय आम आदमी पार्टी में कर देना चाहिए, क्योंकि, आप के नेता जेल जा रहे हैं, उनकी जगह कांग्रेस के नेताओं को आम आदमी पार्टी में शामिल कर लेना चाहिए.

नसीब सिंह ने आगे कहा, “आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के विरोध में ही हमने आज पार्टी से इस्तीफा दिया है, हम उनके लिए काम नहीं कर सकते हैं, हम अपने कार्यकर्ताओं को मुंह नहीं दिखा सकते हैं. जिन लोगों ने झूठ बोलकर पार्टी को रसातल में पहुंचा दिया और प्रोपेगेंडा फैलाया कि शीला दीक्षित चोर है, लेकिन आज तक यह कोई साबित नहीं कर पाया. उनकी आत्मा क्या बोल रही होगी. जिसने दिल्ली को सजाया और संवारा और इन लोगों ने उस दिल्ली को बर्बाद कर दिया, घोटाले किए और आज जेल में बंद हैं. आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री, दो मंत्री, सांसद जेल में हैं, आने वाले समय में इन लोगों के और भ्रष्टाचार निकलकर सामने आएंगे.”

नसीब सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकराकर बड़ी भूल की है. उनको इस कार्यक्रम में जाना चाहिए था. धर्म एक अलग मसला है, अगर कार्यक्रम में शामिल नहीं होना था तो उसके तरीके भी होते हैं, आप अपने प्रतिनिधि को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में भेज सकते थे. इस देश में हिंदू धर्म को इग्नोर नहीं किया जा सकता है. अयोध्या में राम मंदिर का 500 साल से विवाद चल रहा था, उसे सुप्रीम कोर्ट ने सुलझाया, ताकि, दो धर्म के बीच विवाद खत्म हो जाए. कांग्रेस के नेताओं ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होकर बहुत बड़ी गलती की.

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