New Delhi, 13 अगस्त . बिहार में ‘वोट चोरी’ का मुद्दा विपक्षी दलों की ओर से जोर-शोर से उठाया जा रहा है. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने राजद नेता तेजस्वी यादव के आरोपों का समर्थन करते हुए दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और चुनाव आयोग के बीच सांठगांठ है, जिसके जरिए वोटर लिस्ट में धांधली की जा रही है और लोकतंत्र को नष्ट किया जा रहा है.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने से बातचीत में कहा कि सब कुछ सामने आ रहा है कि कैसे भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के बीच वोट बांटे हैं. भाजपा की चुनावी मशीनरी के बिना यह गठजोड़ संभव नहीं था. यह चुनाव और भाजपा के बीच मिलीभगत, व्यवस्था में हेरफेर, वोट चुराने के साथ यह लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं.
दरअसल, तेजस्वी यादव ने Wednesday को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर बिहार में ‘वोट चोरी’ कर रहा है और कुछ भाजपा नेताओं के पास दोहरे मतदाता पहचान पत्र हैं. मुजफ्फरपुर की महापौर निर्मला देवी के मामले में तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि इनके पास दो वोटर कार्ड हैं.
राहुल गांधी के आरोप पर मसूद ने कहा कि आरोप तो चुनाव आयोग पर लगाया जा रहा है, भाजपा इस पर जवाब क्यों दे रही है? क्या वह चुनाव आयोग के प्रवक्ता बन गए हैं?
जस्टिस वर्मा मामले में जांच के लिए Lok Sabha स्पीकर ओम बिरला की ओर से तीन सदस्य संसदीय कमेटी बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि अभी समिति की रिपोर्ट आने तक कुछ भी कहना अनुचित होगा.
15 अगस्त पर मीट की दुकान बंद करने के फैसले पर उन्होंने कहा कि इस देश के अंदर मीट को ही बंद कर देना चाहिए. हम बीफ एक्सपोर्ट में नंबर-1 बनेंगे, लेकिन लोगों को मीट खाने से रोकेंगे? क्या सब कारोबार चलाने के लिए किया जा रहा है? मैं बीफ नहीं खाता हूं. लेकिन कई लोग मांसाहारी हैं. देश में 14 प्रतिशत जनसंख्या मुसलमानों की है, जिनमें 82 प्रतिशत लोग मांसाहारी हैं. ऐसे में यह क्या तमाशा चल रहा है?
बता दें कि मीट की दुकान बंद करने के फैसलों को लेकर कुछ विपक्षी सांसदों ने भी ऐतराज जताया है.
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डीकेएम/एएस