एक धर्म व‍िशष को ध्यान में रखकर नीतियां बनाती है कांग्रेस : गौरव वल्लभ

रांची, 10 नवंबर . भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने रविवार को से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश के लोग एक साथ रहेंगे तो सेफ रहेंगे.

भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा, “मैं खड़गे साहब को यह बताना चाहता हूं कि उपरोक्‍त दोनों कथन एक ही हैं, अगर उनको कोई कंफ्यूजन है तो मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि जब तक देश के लोग एक साथ और एक रहेंगे तो वह सुरक्षित, समृद्ध और खुशहाल रहेंगे, साथ ही विकसित भी रहेंगे. इन दोनों बयानों में मल्लिकार्जुन खड़गे को अंतर क्यों समझ नहीं आया, मेरी समझ से परे है.”

गौरव वल्लभ ने आगे कहा, “वह सिर्फ धर्म विशेष की राजनीति करना चाहते हैं और तुष्टिकरण की राजनीति करना चाहते हैं. वह एक धर्म को ध्यान में रखकर अपनी नीतियां बनाना चाहते हैं, वो लोग बहुसंख्यक समाज की नहीं सोचते हैं, बल्कि एक ही समाज के बारे में सोचते हैं. इसलिए उनको लगता है कि हम क्या बोलते हैं? और हम कह रहे हैं कि देश का हर एक व्यक्ति एक रहेगा तो सुरक्षित रहेगा. अगर हम एक नहीं रहेंगे तो कंटेगे.”

उन्होंने पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने बिल्कुल सही बात कही है, आज तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल की वित्तीय स्थिति क्या हो गई है. महाराष्ट्र में चुनाव के लिए कर्नाटक की सरकार ने अपने ही राज्य में लूट मचा रही है, ताकि महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रत्याशियों को प्रचार के लिए पैसे दे सकें. कांग्रेस की जहां सरकार होती है या चुनाव आते हैं, उसमें लूट चालू हो जाती है. यही नहीं, भ्रष्टाचार भी शुरू हो जाता है, इसलिए पीएम मोदी की बात बिल्कुल सही है.”

गौरव वल्लभ ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन ने मान लिया कि उनकी सरकार जा रही है. उन्होंने चुनाव से पहले ही अपनी हार मान ली और माना कि उनकी सरकार बेदखल हो रही है. मैं हेमंत सोरेन से कहना चाहता हूं कि झारखंड के लोगों ने सुपारी छोड़ दी है और उनको सत्ता से हटाने लिए पूरा पान खा लिया है. मैं उनको बताना चाहता हूं कि झारखंड की जनता ने पान इसलिए खाया है क्योंकि इस सरकार ने युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं के साथ न्याय नहीं किया है. उन्होंने सिर्फ बांग्लादेशी प्रवासी स्वागत योजना चलाने का काम किया. इस वजह से झारखंड के लोग उन्हें वोट नहीं करने जा रहे हैं, यह खुद ही उन्होंने मान लिया है.”

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