New Delhi, 7 सितंबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के Lok Sabha सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने Sunday को मीडिया को संबोधित करते हुए इंडी गठबंधन के नेताओं द्वारा घुसपैठियों के समर्थन में पार्टी नेताओं को धमकियां देने की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि देश में विपक्ष ‘घुसपैठिया बचाओ आंदोलन’ चला रहा है. यही कारण है कि राहुल गांधी की जो यात्रा निकली है, वह ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ बन गई है.
Lok Sabha सांसद संबित पात्रा ने कहा कि जो स्पेशल इंटेंसिव ड्राइव चुनाव आयोग द्वारा बिहार में आरंभ किया गया है, उसको लेकर विपक्ष के अंदर विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार में एक प्रकार की हताशा और निराशा का माहौल है और उसके परिणाम स्पष्ट रूप से सामने आ रहे हैं. वास्तव में जैसा कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है, विपक्ष ‘घुसपैठिया बचाओ आंदोलन’ चला रहा है. यही कारण है कि राहुल गांधी की जो यात्रा निकली है, वह ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ बन गई है. इस यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और देशवासियों ने यह ठान लिया है कि किसी भी कीमत पर देश को घुसपैठियों से बचाना है.
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को Prime Minister मोदी ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा था कि देश को घुसपैठियों से हर कीमत पर बचाना है, क्योंकि यह देश की सुरक्षा का विषय है. मगर विपक्ष की बेचैनी देखिए कि झारखंड के वरिष्ठ मंत्री इरफान अंसारी, जो दो बार के मंत्री रह चुके हैं, कहते हैं कि जो भारतीय जनता पार्टी घुसपैठियों की बात करेगी, जो बांग्लादेशी कहेगी, उस भाजपा की कब्र हम झारखंड में खोद देंगे. सोचिए, जो व्यक्ति देश को बचाने की बात करेगा, सुरक्षा की बात करेगा और यह कहेगा कि देश के संसाधनों पर सबसे पहले देशवासियों का अधिकार है, उसे कब्र में दफना देने की धमकी दी जा रही है, जबकि महिमामंडन उन लोगों का किया जा रहा है जो यह कहेंगे कि बांग्लादेशियों का देश के संसाधनों पर पहला अधिकार है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि केवल इरफान अंसारी ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अब्दुल रहीम बख्शी ने भी भारतीय जनता पार्टी के विधायक को खुलेआम धमकाते हुए कहा है कि यदि आप घुसपैठिए शब्द का प्रयोग करेंगे और बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे तो मैं आपके चेहरे पर तेजाब फेंक दूंगा, आपके गले में तेजाब डाल दूंगा और आपकी बोलती बंद कर दूंगा. यह केवल एक धमकी नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और समाज दोनों के लिए बेहद गंभीर और खतरनाक संकेत है.
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत संवेदनशील और गंभीर विषय है. किसी के चेहरे पर तेजाब फेंकने की बात करना बहुत बड़ा दंडनीय अपराध है. देश की कई बहनें इस घृणित अपराध की शिकार होकर अपनी पूरी जिंदगी बर्बाद होते देख चुकी हैं. ऐसे में यदि किसी राजनीतिक दल का वरिष्ठ नेता खुले मंच से इस प्रकार की धमकी देता है, तो इस पर अवश्य ही कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. पात्रा ने अपील की कि कोलकाता हाईकोर्ट को इस मामले का स्वतः संज्ञान लेना चाहिए और ऐसे व्यक्ति को जेल भेजा जाना चाहिए.
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एसके/एएस