कोप्पल, 27 अप्रैल . कांग्रेस नेता और पूर्व एमएलसी एचआर श्रीनाथ ने रविवार को कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया को उनके बयान को लेकर घेरा. एचआर श्रीनाथ ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के “युद्ध नहीं चाहिए” वाले बयान का विरोध किया है.
श्रीनाथ ने कहा कि “युद्ध नहीं चाहिए” कहना मुख्यमंत्री का निजी बयान है, न कि कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक स्टैंड. उन्होंने मांग की कि अगर सिद्धारमैया इस तरह का निजी बयान देना चाहते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और फिर व्यक्तिगत तौर पर अपनी राय रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गैर-जिम्मेदाराना बयान से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हुआ है.
श्रीनाथ ने तीखा हमला करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि सिद्धारमैया को मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत है.” उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धारमैया के बयान से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है. एच.आर. श्रीनाथ ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के प्रधानमंत्री के साथ है और अगर पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ा जाता है, तो आतंकवाद पर काबू पाया जा सकता है.
बता दें कि श्रीनाथ ने यह बयान कोप्पल जिले के गंगावती में एक कार्यक्रम के दौरान दिया.
दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा था कि वह पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के पक्ष में नहीं हैं और उन्होंने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले पर ‘सुरक्षा चूक’ को लेकर चिंता जताई थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी. उन्होंने कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया था.
सीएम सिद्धारमैया ने कहा था, “इस घटना में सुरक्षा में चूक हुई है. हम युद्ध नहीं चाहते. कश्मीर में सुरक्षा उपायों को कड़ा किया जाना चाहिए.”
हालांकि, रविवार को सिद्धारमैया ने अपने “युद्ध की जरूरत नहीं” वाले बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि युद्ध अपरिहार्य है और पाकिस्तान के साथ संघर्ष होना ही चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैंने यह नहीं कहा कि युद्ध नहीं होना चाहिए. मैंने कहा कि तत्काल युद्ध न हो. युद्ध अब अनिवार्य हो गया है और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. सुरक्षा व्यवस्था केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है. इस हमले में 26 लोग मारे गए हैं.”
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डीएससी/