शिमला मस्जिद मामले पर बोले कांग्रेस नेता राशिद अल्वी, ‘कोर्ट के फैसले को मानना चाहिए’

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर . कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने शिमला संजौली मस्जिद मामले में कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की सलाह दी है. से बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.

हाल ही में शिमला संजौली मस्जिद मामले में कोर्ट ने 3 फ्लोर हटाने का आदेश दिया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, वहां मस्जिद के लोग भी कह रहे हैं कि जो अनधिकृत हैं, उसे गिराने के लिए तैयार हैं. लेकिन, अगर उन्हें नियमित कर दिया जाए तो बेहतर है. अगर नियमित नहीं होता है तो सभी को कोर्ट के फैसला का सम्मान करना चाहिए.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने लोगों से अपील की है कि कन्नड़ को अपनी कामकाज की भाषा बनाए. इस पर कांग्रेस नेता ने कहा, स्थानीय भाषाओं की इज्जत पूरे देश को करनी चाहिए. भारत एक बड़ा देश है यहां पर अलग-अलग तरह की भाषा है, अलग-अलग धर्म है. हम सब की जिम्मेदारी है भारत को एक रखना है सारी जुबानों की इज्जत करें. भाजपा का कल्चर है कि वह दूसरों के धर्मों की इज्जत नहीं करती है और न ही जुबानों की. भाजपा देश को तोड़ने वाले रास्ते पर जा रही है.

पश्चिम बंगाल में चार साल की बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में राशिद अल्वी ने कहा, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, निंदनीय है बंगाल में जो घटना हुई है ऐसी घटना होती है तो तकलीफ होती है. लेकिन यह सिर्फ बंगाल में नहीं हो रहा है. अमेठी के अंदर तो घर में घुसकर लोगों को मारा जा रहा है, इस बारे में भाजपा चर्चा क्यों नहीं करती है. भाजपा की जहां सरकार है, वहां पर कोई कानूनी व्यवस्था नहीं है. लेकिन बंगाल में अगर ऐसा हो रहा है तो सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हिंदुओं पर दिए एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राशिद अल्वी ने कहा, मुझे ताज्जुब होता है कि एक तरफ तो वह कहते हैं कि देश में रहने वाले हिन्दू हैं. दूसरी तरफ धर्म की बुनियाद पर कहते हैं कि सब इकट्ठा हो जाओ. आखिर उनकी विचारधारा क्या है. वह सिर्फ धर्म की राजनीति करना जानते हैं. वह एक समुदाय को इकट्ठा करके भाजपा के हाथों में सत्ता देना चाहते हैं. यह संविधान के खिलाफ है.

डीकेएम/केआर