कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने वक्फ संपत्तियों को लेकर एनडीए नेताओं को घेरा, सरकार की नीतियों पर उठाए सवाल

नई दिल्ली, 29 मार्च . कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने वक्फ संपत्तियों से लेकर एनडीए के कई नेताओं पर निशाना साधते हुए मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाया है. उन्होंने रमजान में रोजा और नवरात्रि में व्रत को लेकर जारी बयानबाजी पर भी भाजपा पर निशाना साधा है.

राशिद अल्वी ने वक्फ मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और जयंत चौधरी भाजपा के साथ खड़े होते हैं, तो यह साफ हो जाएगा कि मुस्लिम विरोध में कौन-कौन एकजुट है. उन्होंने चेतावनी दी कि इतिहास ऐसे नेताओं को कभी माफ नहीं करेगा.

उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, “सरकार के पास ताकत है, कानून बनाने की क्षमता है, फिर भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अब तक ऐसा कोई कानून क्यों नहीं बनाया, जिससे मुसलमान वोट ही न दे पाए? शायद इससे भाजपा की सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी.”

रमज़ान और नवरात्रि में रोजे और उपवास को लेकर बयानबाजी पर अल्वी ने भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “जो मुसलमान रमज़ान में रोज़ा रखना चाहता है, वह रखे और जो हिंदू नवरात्रि में उपवास रखना चाहता है, वह रखे. इसे मुक़ाबले का रूप क्यों दिया जा रहा है? यही भाजपा की ग़लत सोच और नीति है.”

मिथुन चक्रवर्ती पर टिप्पणी करते हुए राशिद अल्वी ने कहा कि जब ममता बनर्जी ने उन्हें सांसद बनाया था, तब सब कुछ ठीक था, लेकिन अब जब वे भाजपा में चले गए हैं, तो अचानक बंगाल बुरा हो गया? उन्होंने ऐसे नेताओं को अवसरवादी करार दिया.

देशभर में ‘भड़काऊ बयानों’ को लेकर अल्वी ने देवकीनंदन ठाकुर को निशाने पर लेते हुए कहा, “ऐसे लोग चाहते हैं कि देश में दंगे हों. संभल और नागपुर में जो कुछ हुआ, वह ऐसे ही भड़काऊ भाषणों की वजह से हुआ. इसके लिए सिर्फ भाजपा ज़िम्मेदार है.”

राशिद अल्वी ने कांग्रेस के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “देश की आज़ादी की लड़ाई कांग्रेस ने लड़ी थी. उस वक्त भाजपा अंग्रेजों के साथ खड़ी थी.”

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