कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संभल यात्रा रोकी गई, बयानबाजी का दौर जारी

नई दिल्ली, 4 दिसंबर . कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संभल यात्रा को पुलिस-प्रशासन ने गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया, जिससे एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. इस घटनाक्रम पर भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी.

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “संभल में इस समय कोर्ट के निर्देश पर जांच चल रही है और जांच दल को कार्य करने दिया जाए. किसी भी ऐसे व्यक्ति या समूह को वहां जाना मना है, यह न्यायालय का आदेश है और सरकार उसी का पालन कर रही है. राहुल गांधी को भी न्यायालय के कार्य में सहयोग करना चाहिए. राहुल गांधी को जांच प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.”

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी की यात्रा को रोके जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह तो रोकना ही था, वह भी जानते थे, लेकिन राजनीतिक नौटंकी करना चाहते थे. वह यह देखना चाहते थे कि कौन मुस्लिम का हिमायती है और कौन नहीं. उनका मुख्य उद्देश्य राजनीति करना था और यही कारण था कि वह संभल जा रहे थे.

उन्होंने आगे कहा कि उनका उद्देश्य हिंदू समुदाय की समस्याओं पर चर्चा करना नहीं था. उनकी जुबान पर बांग्लादेश के हिंदू नहीं, बल्कि सिर्फ मुस्लिमों का मुद्दा था. राहुल गांधी और उनकी पार्टी फ्रस्ट्रेशन में है, खासकर हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों के परिणाम आने के बाद.

वहीं, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा को जानबूझकर रोका गया है. यह भाजपा की रणनीति का हिस्सा है, जिससे वह मणिपुर में जो आग लगा चुके थे, उसे अब पूरे देश में फैलाना चाहते हैं. वह नहीं चाहते कि देश में अमन और भाईचारे का माहौल बने. कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की कोशिश होगी कि भाजपा की लगाई आग को बुझाया जा सके और देश में शांति बनी रहे.

पीएसके/एबीएम