फूलो देवी का हाल जानने अस्पताल पहुंचे कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, साधा केंद्र पर निशाना

नई दिल्ली , 28 जून . कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सांसद फूलो देवी का हाल जानने दिल्ली स्थित आरएमएल अस्पताल पहुंचें. दरअसल, शुक्रवार को राज्यसभा में नीट में हुई धांधली के विरोध में प्रदर्शन के दौरान फूलो देवी संभवत: स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से गिर पड़ीं. इसके बाद उन्हें तत्काल आरएमएल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे फूलो देवी का हाल जानने अस्पताल पहुंचें. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की.

मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “मैंने डॉक्टरों से फूलो देवी के स्वास्थ्य के संबंध में बातचीत की. डॉक्टरों ने मुझे बताया कि फूलो देवी के ठीक होने में चार से पांच दिन लग सकते हैं, क्योंकि हमें कुछ मेडिकल टेस्ट करने होंगे, इसे करने में हमें कम से कम चार से पांच दिन चाहिए. फूलो देवी का परिवार उनके साथ नहीं है. उनका परिवार छत्तीसगढ़ में है, इसे देखते हुए पार्टी की ओर से उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा. डॉक्टरों ने मुझे बताया कि अभी फूलो देवी का सीटी स्कैन किया जाएगा, लेकिन मैं समझता हूं कि उन्हें अच्छे से ठीक होने में ज्यादा समय लग सकता है. इसके लिए हमें पूरी जांच प्रकियाओं को भी संपन्न करना है.“

कांग्रेस नेता ने सत्तारूढ़ दल को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “विरोध-प्रदर्शन के दौरान लोग जमीन पर गिर पड़े. उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. इन सब बातों से मोदी सरकार को कोई लेना-देना नहीं है. यह सरकार पूरी तरह से दयाहीन है. मैंने आज तक ऐसी संवेदनहीन सरकार नहीं देखी है, जो र्फ और सिर्फ अपने हित के बारे में ही सोचती हो. यह काफी हैरानी करने वाली बात है कि विरोध-प्रदर्शन के दौरान हमारी पार्टी का एक नेता बेहोश होकर गिर पड़ा, लेकिन किसी ने भी सदन को स्थगित कर यह समझने का प्रयास नहीं किया कि आखिर यह सब कैसे हुआ? क्यों हुआ? मुझे लगता है कि शायद वो इस बात को लेकर फिक्रमंद हो कि हमें हाउस चलाना है, तो हम भी यही चाहते हैं कि हाउस चलाया जाए, लेकिन जिस तरह से सदन की एक सदस्य विरोध प्रदर्शन के दौरान नीचे गिर पड़ीं, लेकिन उन्होंने उन्हें देखने का भी प्रयास नहीं किया. बाद में जब उन्हें पता चला कि कुछ हुआ है, बहुत सारे लोग एकत्रित हो गए, तब उन्होंने सदन को स्थगित किया. इससे यह साफ जाहिर होता है कि यह सरकार कितनी संवेदनहीन है.“

बता दें कि बीते दिनों नीट में धांधली हुई थी, इसके बाद देश के तमाम छात्रों का इस परीक्षा को कराने वाली एजेंसी एनटीए के खिलाफ गुस्सा भड़क उठा. इसके बाद एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार को हटा दिया गया. अब मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. अब तक इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनसे पूछताछ जारी है. पूछताछ से सामने आ रहे तथ्यों से कई ऐसे हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं, जिससे हर किसी के होश फाख्ता हो रहे हैं.

वहीं, इस पूरे मामले पर राजनीति भी जोरों पर है. गुरुवार को राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अभिभाषण में नीट की धांधली में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी.

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