विदेश में हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमले, कांग्रेस नेता ने बताई वजह

नई दिल्ली, 26 सितंबर . पिछले कुछ दिनों में अमेरिका में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं. न्यूयॉर्क की घटना को अभी 10 दिन भी नहीं हुए हैं. कल रात कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई. साथ ही अराजक तत्वों ने मंदिर के बाहर लगे बोर्ड पर हिंदू विरोधी बातें लिख दी. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने गुरुवार को इस पर प्रतिक्रिया दी.

कांग्रेस नेता ने से बात करते हुए कहा कि जब से नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने हैं, उनकी विदेश नीति ध्यान भटकाने वाली है. आज के समय में उनका कोई दोस्त नहीं बचा है. भारत के पड़ोसी देशों को ही देख लीजिए, उनकी किसी से बनती नहीं है. जब से नरेंद्र मोदी देश के पीएम बने हैं, विदेश में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. कैलिफोर्निया के स्वामीनारायण मंदिर में जो कुछ हुआ, वह बेहद दुखद है. वहां हिंदू गो बैक के नारे भी लगे.

उन्होंने कहा, “मैं बस इतना कहना चाहता हूं मोदी जी, देश बड़ा है, आप बड़े नहीं हैं. देश के हर नागरिक और भारत के बाहर रहने वाले हिंदुओं की रक्षा करना आपकी जिम्मेदारी है. मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों की रक्षा करें. हर धार्मिक स्थल की रक्षा करें, लेक‍िन आप पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) घोटाले में कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा सिद्धारमैया को दिए गए झटके को उजागर करते हुए बुधवार को कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और हरियाणा के लोगों से पूछा कि क्या राज्य आगामी विधानसभा चुनावों में ऐसी पार्टी (कांग्रेस) को सत्ता देने के लिए तैयार है. इस पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी देश के पीएम बने हैं, कोई नहीं बचा है. भाजपा के लोग एक-एक करके सभी को झूठे मामलों में फंसाने की साजिश में लगे हुए हैं. वे कर्नाटक में हार बर्दाश्त नहीं कर पा रहे. वे वहां बुरी तरह हार चुके हैं. इसलिए वहां की कांग्रेस सरकार के पीछे पड़े हैं.

मंदिर पर हमले को लेकर बीएपीएस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ”न्यूयॉर्क में बीएपीएस मंदिर में तोड़फोड़ के 10 दिन से भी कम समय में बीती रात कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में हमारे मंदिर को हिंदू विरोधी घृणा का सामना करना पड़ा. दीवारों पर ‘हिंदू वापस जाओ!’ के नारे लिखे गए हैं. हमें इस बात का गहरा दुख है. हम शांति की प्रार्थना के साथ नफरत के खिलाफ एकजुट हैं.”

आरके/