इंदौर, 27 जनवरी . उत्तराखंड में आज से समान नागरिक संहिता लागू होने जा रही है. इस मुद्दे को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैं सीएम धामी से पूछना चाहता हूं कि वह यूसीसी से प्रदेश में कैसे खुशहाली लाएंगे.
गणेश गोदियाल ने से बातचीत में कहा, “मैं यूसीसी लागू होने का स्वागत करता हूं, लेकिन मेरे राज्य सरकार से कई सवाल भी हैं. यूसीसी वैसा ही है, जैसा कश्मीर में 370 धारा हटाकर जुमला दिया गया कि अब तो पूरे देश में खुशहाली आने वाली है. धारा 370 की तरह यूसीसी भी है, क्योंकि वह राज्य में अपनी तमाम नाकामियों को छुपाकर समस्याओं को दबाना चाहती है. प्रदेश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है. इसके अलावा भ्रष्टाचार भी चरम पर है और सरकारी महकमों तथा शासन में बैठे हुए लोगों के द्वारा इसे अंजाम दिया जा रहा है. इन्हीं समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए यूसीसी लागू किया जा रहा है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं सीएम धामी से पूछना चाहता हूं कि यूसीसी से कैसे उत्तराखंड में खुशहाली आएगी. प्रदेश के युवाओं का इससे क्या भला होगा? उसके बारे में मुख्यमंत्री को बताना चाहिए. मुझे लगता है कि यूसीसी को नाकामियों को छुपाने के लिए ही लाया गया है.”
गणेश गोदियाल ने उत्तराखंड में एक पूर्व विधायक और विधायक के बीच हुई गोलीबारी पर कहा, “उत्तराखंड में लॉ एंड ऑर्डर कहां ठीक है? आप खुद ही उनसे सवाल पूछिए. डेढ़ साल पहले भाजपा के एक मंत्री ने खुलेआम सड़कों पर एक व्यक्ति की पिटाई की थी. अगर उस मंत्री पर कार्रवाई होती तो आज यह सब घटनाएं नहीं होती. जब वह अपने मंत्रियों को बचा रहे हैं. अंकिता भंडारी को इनके नेताओं ने मार डाला. सवाल यही है कि अगर वह इन घटनाओं को माफ करेंगे तो अपराधियों का और भी मनोबल बढ़ेगा. प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है.”
गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के नहीं शामिल होने पर कांग्रेस नेता ने उनका बचाव किया. उन्होंने कहा, “मैं यह मानता हूं कि कांग्रेस के नेताओं को जनता ने इस देश के प्रति ईमानदारी और निष्ठावान होने का सर्टिफिकेट दिया है. हमें भाजपा का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए कि हम कितने देश के प्रति समर्पित हैं. जनता ने राहुल गांधी को संसद तक पहुंचाया है. हमें भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.”
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एफएम/केआर