सांगली (महाराष्ट्र), 15 अप्रैल . अपेक्षा के अनुरूप, कांग्रेस नेता विशाल प्रकाशबापू पाटिल ने सोमवार को सांगली लोकसभा सीट के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. यहां उनका मुकाबला ‘इंडिया’ ब्लॉक के आधिकारिक उम्मीदवार शिवसेना (यूबीटी) के चंद्रहार पाटिल से भी होगा.
दिवंगत मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते और पांच बार के अनुभवी सांसद प्रकाशबापू पाटिल के बेटे विशाल पाटिल, सांगली में हैट्रिक की कोशिश में भाजपा के मौजूदा दो बार के सांसद संजयकाका पाटिल से भिड़ेंगे.
विशाल पाटिल के समर्थकों ने दावा किया कि उन्हें अभी भी कांग्रेस टिकट की उम्मीद है और उनके मंगलवार को नामांकन पत्र का दूसरा सेट दाखिल करने की संभावना है, हालांकि पार्टी अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
सांगली के पलुस-काडेगांव से कांग्रेस विधायक डॉ. विश्वजीत कदम, विशाल पाटिल और जिले के अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य शीर्ष नेताओं से कई बार मुलाकात की और जोर दिया कि कांग्रेस को सांगली से चुनाव लड़ना चाहिए.
कदम-पाटिल की जोड़ी ने पिछले सप्ताह भी शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सांगली सीट कांग्रेस के लिए ‘छोड़ने’ का जोरदार अनुरोध किया था, लेकिन बाद में उन्होंने उनकी अपील ठुकरा दी.
पिछले कुछ दिनों से सांगली में राजनीतिक सुगबुगाहट चल रही थी कि नाराज पार्टी कार्यकर्ता कुश्ती चैंपियन चंद्रहार पाटिल के लिए प्रचार नहीं करेंगे.
इससे पहले, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और अन्य सहित राज्य कांग्रेस के नेताओं ने पिछले महीने सीट-बंटवारे की बातचीत के बीच में ही शिव सेना (यूबीटी) द्वारा सांगली सीट को एकतरफा ‘हथियाने’ पर आपत्ति जताई थी.
कांग्रेस ने ताजा घटनाक्रम पर चुप्पी साध रखी है, हालांकि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) हलकों का मानना है कि विशाल पाटिल के निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने के फैसले से त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है और चंद्रहार पाटिल की संभावनाएं खराब हो सकती हैं, जो भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
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एकेजे/