मुंबई, 18 फरवरी . महाराष्ट्र कांग्रेस नेता अतुल लोंढे ने देश के नव नियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को कव्वालीवाला कहा है. साथ ही उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए. उन्होंने देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को शेर-ओ-शायरी वाला भी बताया.
अतुल लोंढे ने से बात करते हुए कहा, “शेर- ओ- शायरी वाला गया और कव्वालीवाला आ गया. संभावना है कि सरकार की इच्छा के अनुरूप काम होता रहेगा.”
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्तियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं, जिन पर सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय ने 19 फरवरी की तारीख तय की है. इस मामले पर बात करते हुए अतुल लोंढे ने आगे कहा, “जिस तरह सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है, उसके बाद क्या नतीजा निकलेगा, इसका किसी को अंदाजा नहीं है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले जल्दबाजी में यह बैठक की गई और उच्चतम न्यायालय की 19 तारीख की सुनवाई की अनदेखी की गई, जो संविधान और राजनीतिक मर्यादा के खिलाफ है.”
मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन को लेकर पीएम मोदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पैनल की बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए थे. इस पर अतुल लोंढे ने कहा कि संवैधानिक जिम्मेदारियों के चलते राहुल गांधी वहां गए और उन्होंने अपना मत प्रदर्शित किया. भारतीय राजनीति और आने वाले लोकतंत्र के लिए इसका क्या असर होगा, यह देखना होगा.
वहीं, शिवसेना नेता भरत सेठ गोगावले ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को कांग्रेस द्वारा ‘कव्वालीवाला’ बताए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस का राजनीतिक मोर्चे पर ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा है, इसलिए इनके नेता भी इसी तरह का बयान देंगे.
ज्ञात हो कि चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को नया मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नियुक्त किया गया है. कानून मंत्रालय ने इस संबंध में सोमवार देर रात अधिसूचना जारी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने सोमवार शाम को दिल्ली में बैठक की, जिसमें ज्ञानेश कुमार को भारत का नया मुख्य चुनाव आयुक्त चुना गया.
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पीएसएम/एएस