कांग्रेस कभी भी भारत की सफलता से खुश नहीं होती : राजीव चंद्रशेखर

नई दिल्ली, 12 मई . भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की प्रगति से खुश नहीं है. उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के विशेष संसद सत्र के आह्वान की आलोचना की. विशेष सत्र की मांग के पीछे विपक्ष के नेता की मंशा पर सवाल उठाए और नियमित कार्यवाही के दौरान कांग्रेस नेता की बार-बार अनुपस्थिति की ओर इशारा किया.

बता दें कि विपक्ष के नेता गांधी ने 10 मई को प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखकर पहलगाम आतंकवादी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के साथ हुए युद्धविराम समझौते पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया.

समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान चंद्रशेखर ने कहा, “मुझे नहीं पता कि वह विशेष सत्र क्यों चाहते हैं, क्योंकि जब नियमित सत्र होते हैं तो वह नहीं आते हैं. नियमित बहस और कार्यवाही के दौरान, वह और उनकी बहन अक्सर अनुपस्थित रहते हैं. अचानक विशेष सत्र की मांग क्यों हो रही है?”

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति नहीं देख सकती. चंद्रशेखर ने कहा, “अगर भारत सफल होता है, तो कांग्रेस नाखुश है. अगर भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ती है, अगर भारतीय महिलाएं सशक्त होती हैं, अगर वैश्विक समुदाय भारत का सम्मान करता है, तो भी कांग्रेस नाखुश है.”

उन्होंने कहा, “वे विदेश जाते हैं और दावा करते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है.” उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में कांग्रेस पार्टी पर अवसरवादी राजनीति करने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस पार्टी इस बात पर बहस चाहती है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किसने क्या किया, तो भाजपा इस चर्चा से खुश है. आइए 26/11 के बारे में बात करें, पुलवामा और बालाकोट हवाई हमले के बाद उनके बयानों के बारे में बात करें. यूपीए शासन के दस वर्षों के दौरान सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की कमी के बारे में बात करें.”

भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने आगे दावा किया कि कांग्रेस केवल तुष्टिकरण और झूठ की राजनीति करती है. यह कोई नई बात नहीं है.

22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया का जिक्र करते हुए चंद्रशेखर ने कहा, “जब आतंकवादी हमला करते हैं, तो कांग्रेस के दामाद अनुच्छेद 370 को दोष देकर उसका बचाव करते हैं. चाहे वे सरकार में हों या विपक्ष में, उनका ट्रैक रिकॉर्ड संदिग्ध है.

एएसएच/केआर