उत्तराखंड में कांग्रेस मना रही जीत का जश्न, भाजपा अध्यक्ष महेेंद्र भट्ट ने कहा- कांग्रेस इस सीट पर हार भी चुकी है

देहरादून, 13 जुलाई . उत्तराखंड की मंगलौर और बद्रीनाथ सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. बीते दिनों इन सीटों पर उपचुनाव हुए थे. लोकसभा चुनाव के बाद सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. इनमें से 10 पर इंडिया ब्लॉक ने जीत का पताका फहराया है. इसके बाद से इंडिया गठबंधन घटक दलों में खुशी का माहौल है. उधर, बीजेपी में इस पराजय को लेकर आत्मचिंतन की कवायद तेज हो गई है. इस बीच, उत्तराखंड में दो अहम सीटों पर बीजेपी को मिली हार पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान सामने आया है.

महेंद्र भट्ट ने कहा, “बद्रीनाथ अहम सीट थी. यहां कांग्रेस जीत दर्ज करने में सफल रही, लेकिन कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए पहले उसे भी इस सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा था. हालांकि, मैं अध्यक्ष होने के नाते इस हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाता हूं कि आगामी दिनों में पार्टी में इस हार को लेकर आत्मचिंतन किया जाएगा. इसके अलावा, जहां कहीं भी विसंगति मिलेगी, उसे दूर करने का हम अपनी तरफ से भरसक प्रयास करेंगे.“

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हम जनता तक अपनी बात नहीं पहुंचा पाए. कहीं न कहीं जनता तक हमारा संपर्क सेतु कमजोर हुआ. शायद यह उसी का नतीजा है कि हमारी पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन हम शांत नहीं बैठेंगे. हम निश्चित तौर पर इस हार की वजह खंगालेंगे, जहां कहीं भी विसंगति होगी, उसे सुधारने की दिशा में अनवरत प्रयासरत रहेंगे, लेकिन मैं एक बात यहां पर कहना चाहूंगा कि हम लोगों ने मंगलौर विधानसभा सीट पर अच्छा किया है. कांग्रेस को काफी कम मार्जिन से चुनाव जीत पाई है, जो कि हमारे लिए एक शुभ संकेत के रूप में उभरकर सामने आ रहा है.“

लोकसभा चुनाव के बाद 13 विधानसभा सीटों में 10 पर इंडिया ब्लॉक के घटक दलों को मिली जीत के बाद कांग्रेस का उत्साह अपने चरम पर पहुंच चुका है. कांग्रेस कार्यालय में खुशी का माहौल है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर जहां बीजेपी पर निशाना साधा, वहीं अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत को भी सराहा.

उन्होंने कहा, “सात राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा द्वारा बुना गया ‘भय और भ्रम’ का जाल टूट चुका है. किसान, नौजवान, मज़दूर, व्यापारी और नौकरीपेशा समेत हर वर्ग तानाशाही का समूल नाश कर न्याय का राज स्थापित करना चाहता है. अपने जीवन की बेहतरी और संविधान की रक्षा के लिए जनता अब पूरी तरह से इंडिया गठबंधन के साथ खड़ी है. जय हिंदुस्तान, जय संविधान.“

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