कांग्रेस ने दिल्ली में ‘जीरो’ की लगाई डबल हैट्रिक; देशहित नहीं, अर्बन नक्सलवाद की कर रही राजनीति : पीएम मोदी

नई दिल्ली, 8 फरवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोला.

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपने सहयोगियों को एक-एक कर खत्म कर रही है और उनका यह तरीका काफी दिलचस्प है. आज की कांग्रेस अपने सहयोगियों की भाषा और एजेंडा चुराने में लगी है. वे उनके मुद्दों को हाईजैक कर लेते हैं और फिर उनके वोट बैंक में घुसपैठ करते हैं. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस उस वोट बैंक को छीनने की कोशिश कर रही है, जिसे समाजवादी पार्टी और बसपा अपना मानती हैं. मुलायम सिंह यादव इस बात को अच्छी तरह समझते थे.

तीन लोकसभा और तीन विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने एक बार फिर कांग्रेस को कड़ा संदेश दिया है. दिल्ली के चुनाव में कांग्रेस ने ‘जीरो’ की डबल हैट्रिक लगाई है. देश की राजधानी में, देश की सबसे पुरानी पार्टी का लगातार दिल्ली में छह बार से खाता नहीं खुल रहा है. यही स्थिति जम्मू-कश्मीर और बंगाल में हुई है, जहां कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया है. आज दिल्ली में भी यह साफ हो गया है कि जिसने भी कांग्रेस का हाथ थामा, उसका विनाश तय है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अब वैसी पार्टी नहीं रही. देशहित में काम करने की बजाय वह शहरी नक्सलवाद की राजनीति में लगी हुई है. कांग्रेस की शहरी नक्सली मानसिकता लगातार देश की उपलब्धियों पर हमला करती है. वह पूरी दुनिया में अपनी ही सोच का आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक निजाम लाना चाहती है. जब कांग्रेस में अर्बन नक्सलियों का डीएनए घुस गया है, तब ये कांग्रेस हर कदम पर बर्बाद हो रही है.

पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति का अध्ययन करने वालों के लिए मैं आज एक काम छोड़ रहा हूं. देखिए कि कैसे 2014 के बाद उन्होंने हिंदू दिखने की कोशिश में पांच साल बिताए. मंदिरों में जाना, माला पहनना, पूजा करना जैसे प्रयास किए. उन्हें लगा कि इससे उन्हें बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगाने में मदद मिलेगी, लेकिन उनकी योजना विफल रही. पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने वह रास्ता छोड़ दिया है. उन्हें एहसास हो गया है कि यह बीजेपी का क्षेत्र है और वे इसमें कदम नहीं रख सकते. आज कांग्रेस देशहित की नहीं, अर्बन नक्सलियों की राजनीति कर रही है. जब कांग्रेस नेता कहते हैं कि वे भारत के खिलाफ, भारतीय सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो वे नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं. यह समाज और देश में अराजकता पैदा करने की भाषा है. यहां दिल्ली में ‘आप-दा’ भी उसी शहरी नक्सली विचारधारा को बढ़ावा दे रही थी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने एक लाख युवाओं से राजनीति में आगे बढ़ने का आग्रह किया है क्योंकि देश को वास्तव में एक गंभीर राजनीतिक परिवर्तन की आवश्यकता है. ‘विकसित भारत’ के लिए नई ऊर्जा की आवश्यकता है. 21वीं सदी की राजनीति को नए विचारों, नए उत्साह और नवीन सोच की आवश्यकता है. सफलता और विफलता अपनी जगह है, लेकिन देश को छल और मूर्खता की राजनीति की जरूरत नहीं है. विकसित भारत के निर्माण के लिए हमें राजनीति में ताजगी लानी होगी, हर स्तर पर नवीनता लानी होगी. यह जीत हमारे लिए नई जिम्मेदारियां लेकर आई है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने संकल्प लिया है कि यमुना को दिल्ली शहर की पहचान बनाएंगे. यह काम कठिन है और लंबा है. उन्होंने कहा, “हम मां यमुना की सेवा के लिए हर प्रयास करेंगे, पूरे सेवाभाव से काम करेंगे.”

एकेएस/एकेजे