
New Delhi, 31 अक्टूबर . कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा आरएसएस पर दिए गए बयान को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा देश में विभाजनकारी और अलगाववादी मानसिकता को बढ़ावा दिया है तथा उसके इतिहास में देशद्रोह की घटनाओं की कमी नहीं रही है.
विनोद बंसल ने कहा कि India के विभाजन में कांग्रेस की प्रत्यक्ष भूमिका रही है. विभाजन के बाद की विभीषिका से लेकर कश्मीर पर कबायली हमले, नॉर्थ ईस्ट की समस्या, माओवाद-नक्सलवाद और दक्षिण India में अलगाव की घटनाओं तक कांग्रेस ने हर बार देश के भीतर विभाजनकारी और अलगाववादी भावनाओं को पोषित किया है.
उन्होंने कहा कि जब भी राष्ट्रवाद की बात उठती है, कांग्रेस उस पर प्रहार करती है. बंसल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने तो हिंदुओं और भगवा को आतंकवाद से जोड़ने की कोशिश तक की, ताकि राष्ट्रवादी शक्तियों की छवि खराब की जा सके.
विहिप प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस ने कई बार आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की, लेकिन हर बार असफल रही. संघ जब अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है, तब भी कांग्रेस उसकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रही है. उच्च न्यायालयों ने भी ऐसे मामलों में कांग्रेस की फटकार लगाई है, फिर भी कांग्रेस नेता समय-समय पर आरएसएस को लेकर विवादित बयान देते रहते हैं.
बंसल ने आगे कहा कि कांग्रेस अब सीमित राज्यों में सिमट गई है और उसके पास न तो कोई ठोस एजेंडा है, न ही जनाधार. अब कांग्रेस के नेता केवल संघ और भाजपा पर बयान देकर मीडिया में बने रहना चाहते हैं. यदि कांग्रेस अध्यक्ष को संघ के बारे में सच में जानना है तो उन्हें आरएसएस की शाखा में आना चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि आरएसएस की शाखाएं कोविड काल में भी निरंतर सक्रिय रहीं, और यही संगठन की जमीनी मजबूती का प्रमाण है. कांग्रेस खुद अपने Political अस्तित्व के अंतिम संस्कार की तैयारी में है, जबकि संघ समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के कार्यों में लगातार अग्रसर है.
–
एएसएच/डीकेपी
