लखनऊ, 23 अगस्त . कांग्रेस पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. इसको लेकर सियासत तेज हो चली है.
भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दर-दर भटक रही है. उसका अपना कोई आधार नही हैं. उसको अपना नाम राष्ट्रीय कांग्रेस की बजाय पिछलग्गू कांग्रेस रखना चाहिए. वो जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास गई है और महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के दरवाजे पर खड़ी है. वो झारखंड में जेएमएम के दरवाजे पर खड़ी है. अब यह भी जानकारी सामने आ रही है कि वो हरियाणा में आम आदमी पार्टी और दूसरी पार्टियों से हाथ मिला रही है. उसके पास अब अपना कोई अस्तित्व नहीं बचा है. कांग्रेस जो भी हथकंडा अपना ले, लेकिन जम्मू-कश्मीर में भाजपा की सरकार बनेगी.
बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में काम किया है. बीजेपी के पक्ष में वहां की जनता है. इसी वजह से कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस डरी हुई हैं. जो फारूक अब्दुल्ला खुद के बल पर सरकार बनाते थे, आज उनको कांग्रेस का सहारा लेना पड़ रहा है. इसका कारण ये है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो अब पाकिस्तान की भाषा बोलती है. पाकिस्तान को कोई सबसे बड़ा संरक्षक दिखाई देता है तो फारूक अब्दुल्ला दिखाई पड़ते है. वो भारत में अमन-चैन के लिए वे पाकिस्तान का दरवाजा क्यों खटखटाने की बात करते है? वो अनुच्छेद 370 के खात्मे को पचा नही पा रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा, कांग्रेस और महबूबा मुफ्ती भी इसे नहीं पचा पा रहे हैं. ये सब आपस में मौसेरे भाई हैं. ये दल अलग हैं, झंडा अलग है, लेकिन इनका दिल एक है. इनका भय केवल भाजपा और पीएम मोदी हैं. मैं समझता हूं कि इन ताकतों को देश की जनता का कोई समर्थन नहीं मिलेगा. अफवाह फैलाकार इन्होंने आरक्षण का जो शिगूफा छोड़ा था, वो इन पर अब उलटा पड़ रहा है. इनको पता है कि झूठ का पुलिंदा जनता के सामने आ चुका है.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने गरीब तबके के लोगों के लिए तमाम बड़े कदम उठाए हैं. तमाम विकास के काम किए. समाज के हर तबके को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा. भाजपा ने प्रमोशन में आरक्षण शुरू किया. आज विपक्ष मुद्दा विहीन हैं और पीएम मोदी और भाजपा की लोकप्रियता से हताश और निराश है.
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एकेएस/