नई दिल्ली, 16 मार्च . केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के ‘मुस्लिम समाज को सबसे ज्यादा शिक्षा की जरूरत’ वाले बयान पर राजनीतिक दलों के नेताओं की लगातार प्रतिक्रिया आ रही है. इस बीच, कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने नितिन गडकरी के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि मैं भी नितिन गडकरी के बयान से सहमत हूं.
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने रविवार को से बात करते हुए कहा, “अगर नितिन गडकरी ने कहा है तो ये बड़ी बात है. भाजपा में रहकर अगर वह इस तरह की बातें करते हैं तो कुछ तो कारण होगा. वह हमेशा अपनी अलग सोच के लिए जाने जाते हैं, इसलिए वह सरकार और पार्टी लाइन से हटकर बयान देते हैं. जहां तक मुस्लिम समाज में शिक्षा की आवश्यकता का सवाल है तो सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि वे बहुत ही पिछड़े हुए हैं और नौकरी से लेकर शिक्षा के क्षेत्र में काफी कमजोर भी हैं. अगर हमें पूरे देश को मजबूत बनाना है तो मुस्लिम समाज को मुख्य धारा में लाना होगा.”
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा, “वे (नितिन गडकरी) अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं और भाजपा नेताओं को आईना दिखाने का काम करते हैं. जब देखो, तब विकास की बजाय पार्टी हिंदू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद और नफरत की राजनीति कर रही है. गडकरी ने तो यहां तक कह दिया कि जो जात-पात की बात करेगा, उसे लात मार दी जाएगी.”
उन्होंने आगे कहा, “पिछले 10 साल से केंद्र में भाजपा और राज्य में भी भाजपा की सरकार है और उन्होंने (सरकार) कहा था कि ‘सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास’, लेकिन वे हिंदू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद और नफरत की राजनीति कर रही हैं. गडकरी ने इस बात पर जोर दिया कि जो पढ़ेगा, वही बढ़ेगा. उन्होंने (नितिन गडकरी) शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि मुसलमानों को एपीजे अब्दुल कलाम या मौलाना आजाद बनने की दिशा में सोचना चाहिए. वे निडर हैं और भाजपा के भीतर असहज स्थिति पैदा कर देते हैं. नितिन गडकरी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं.”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर में एक अल्पसंख्यक संस्थान के दीक्षांत समारोह में कहा कि मुस्लिम समाज को सबसे ज्यादा शिक्षा की जरूरत है.
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एफएम/केआर