मुंबई, 26 दिसंबर . महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के बाद विपक्षी पार्टियों द्वारा ईवीएम पर उठाए जा रहे सवालों के बीच शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि जब तक इसके खिलाफ छेड़छाड़ के ठोस सबूत नहीं मिलते, तब तक ईवीएम को दोष देना गलत है. इस पर शिवसेना नेता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि कांग्रेस पार्टी और “इंडी गठबंधन” के लोगों को उनके ही सहयोगी ने आईना दिखाने का काम किया है.
कृष्णा हेगड़े ने कहा, “यह बहुत अच्छी बात है कि इस बार सांसद सुप्रिया सुले ने कांग्रेस पार्टी और उनकी सहयोगी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडी गठबंधन’ को आईना दिखाने का काम किया. जब यह लोग कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में जीतते हैं तो इनको ईवीएम एकदम ठीक लगती है. जब यह लोग महाराष्ट्र में हारते हैं तो इनको ईवीएम खराब लगने लगती है.”
उन्होंने कहा, “इन लोगों को हमारे विरोध की वजह से सच्चाई ही दिखनी बंद हो गई थी. इसी वजह से लगातार ये ईवीएम पर निशाना साध रहे थे. हालांकि जब ये कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में जीते तब ईवीएम को गलत क्यों नहीं बताया. यह सोचने वाली बात है.”
उल्लेखनीय है कि सुप्रिया सुले ने ईवीएम पर लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा कि जब तक इसके खिलाफ छेड़छाड़ के ठोस सबूत नहीं मिलते, तब तक ईवीएम को दोष देना गलत है. ईवीएम के खिलाफ कोई भी आरोप तभी उचित हो सकते हैं जब उसके बारे में ठोस और विश्वसनीय प्रमाण उपलब्ध हों. उन्होंने कहा, “मैं खुद ईवीएम से चार बार चुनाव जीत चुकी हूं.”
सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि ओडिशा के बीजू जनता दल (बीजद) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे कुछ राजनीतिक दलों ने ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोपों को साबित करने के लिए डेटा होने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि बीजद के नेता अमर पटनायक ने मंगलवार को उन्हें एक पत्र लिखा था, जिसमें ईवीएम के इस्तेमाल के खिलाफ कुछ डेटा साझा किया गया था. हालांकि इस डेटा के बारे में पत्र में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई थी.
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पीएसएम/एकेजे