बंगला भाजपा को मुबारक हो, हम दिल्ली की जनता की सेवा करेंगे : आतिशी

नई दिल्ली, 10 अक्टूबर . दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा ‘मुख्यमंत्री आवास’ सील किए जाने के बाद गुरुवार को कहा कि उन्हें न बंगले का लालच है, न किसी अन्य सुविधा का.

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “हम राजनीति में न ही बंगले में रहने आए हैं, न ही कोई सरकारी सुविधा प्राप्त करने. राजनीति में आने का हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ जनता की सेवा करना है, जो हम किसी भी कीमत पर करके रहेंगे. हमें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता है. अगर जरूरत पड़ी, तो हम सड़क पर बैठकर भी दिल्ली की जनता की सेवा करेंगे. यह सभी गाड़ी-बंगले भाजपा को मुबारक हों.”

उन्होंने आगे कहा, “भारतीय जनता पार्टी इसलिए परेशान है कि वह आम आदमी पार्टी को हरा नहीं पा रही है. भाजपा चुनाव लड़ती है, लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ती है. भाजपा सिंगल डिजिट से ज्यादा विधायकों की संख्या नहीं कर पा रही है. भाजपा चुनाव हार जाती है, तो इनकी सरकार नहीं बन पाती है. इनका कोई मुख्यमंत्री नहीं बन पाता है और जब इनका कोई मुख्यमंत्री नहीं बन पाता है, तो ये लोग ऑपरेशन लोटस शुरू कर देते हैं, ताकि अन्य दलों की सरकार को गिराया जा सके. यह लोग इसी कोशिश में लगे रहते हैं कि कैसे भी करके, खरीद-फरोख्त करके अपनी सरकार बना लें, लेकिन भाजपा के लोग यह भी नहीं कर पाए. इसके बाद इन लोगों ने तीसरा पैंतरा अपनाना शुरू कर दिया. इन लोगों ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल भेजना शुरू कर दिया, ताकि हमारी पार्टी तोड़कर अपना मुख्यमंत्री बना सकें, लेकिन यह भी नहीं हो सका, इसलिए अब भाजपा के लोग मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा जमाने में जुट गए हैं.”

उन्होंने कहा, “अगर भाजपा को मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करके मन की शांति मिलती है, तो उनका स्वागत है. मैं फिर से स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि हम लोग बड़े बंगलों और गाड़ियों के लिए राजनीति में नहीं आए हैं, हम जनता की सेवा करने आए हैं और वह हम करके रहेंगे.”

उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग ने बुधवार को मुख्यमंत्री आतिशी का समान उस बंगले से बाहर रख दिया था जिसे हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खाली किया था. इस पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.

उपराज्यपाल कार्यालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी को अभी तक कोई भी सरकारी बंगला आवंटित नहीं किया गया है. वह जबरन आकर यहां रह रही थीं, जिसे देखते हुए यह बंगला सील कर दिया गया.

एसएचके/एकेजे