चुनाव आयोग की तुलना कुत्ते से गलत, वफादार पशु का ये अपमान : राजेश राठौड़

पटना, 30 नवंबर . कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने चुनाव आयोग को लेकर विवादित टिप्पणी की है. भाई जगताप के आपत्तिजनक बोलों के बाद राठौड़ ने कहा है कि कुत्ता भी वफादार होता, भाई जगताप के ऐसा कहने से कुत्ते की बेइज्जती हो रही है.

राठौड़ ने से बातचीत में अपनी राय जाहिर की.

राजेश राठौड़ ने कहा, भाई जगताप के इस आरोप से कुत्ते की बेइज्जती हो जाएगी. उनको शब्दों के चयन में धोखा हो गया होगा. कुत्ता भी कुछ समझ कर काम करता है, हमें लगता है कि उनके इस बयान से कुत्ते जैसे वफादार पशु का अपमान हो रहा है.

महाराष्ट्र के विधान परिषद सदस्य भाई जगताप ने शुक्रवार से बात करते हुए चुनाव आयोग को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए आयोग की तुलना कुत्ते से की थी. इसको लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.

जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी के नेता इसको असंसदीय भाषा करार देते हुए उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ इसकी अलग अंदाज में व्याख्या कर रहे हैं.

भाई जगताप ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर विवादित टिप्पणी में उन्होंने कहा था, “मैंने 45 से अधिक साल राजनीति में बिताए हैं और महाराष्ट्र में इस तरह के नतीजे नहीं आए हैं. इन्होंने ऐसा कुछ काम नहीं किया है. मैं पहले से कहता आया हूं कि आज नहीं तो कल इस पर बातचीत होनी चाहिए.

“कांग्रेस ने मांग की है चुनाव बैलेट पेपर से हो. हमारा लोकतंत्र विश्व में सबसे बड़ा लोकतंत्र है. उस लोकतंत्र पर कोई सवाल उठाता है तो इसका जवाब चुनाव आयोग और सरकार को देना चाहिए. चुनाव आयोग तो कुत्ता है. कुत्ता बनकर नरेंद्र मोदी जी के बंगले के बाहर बैठता है.”

उन्होंने ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों पर कहा था, मैंने ये नहीं कहा कि ईवीएम हैक किया गया. मैं कह रहा हूं कि ईवीएम सेट और टेंपर किया गया है. दोनों शब्द अलग-अलग है. ये कोई बहुत बड़ी बात नहीं है. इन्होंने सबसे पहली कोशिश मध्य प्रदेश में की. जहां इनको (भाजपा) कामयाबी भी मिली. आपको याद होगा कि इनका मध्य प्रदेश में महाराष्ट्र जैसे हाल था. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यहां पर लैंडस्लाइड विक्ट्री मिली थी. विधानसभा चुनाव में क्या हाल हुआ आपने देखा. इससे कहीं ना कहीं आशंका पैदा होती है.

एससीएच/केआर