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New Delhi, 25 अक्टूबर . दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में हड़ताल पर बैठे मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) कर्मचारियों की समस्याओं पर बनी समिति की पहली बैठक बेनतीजा रही. एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष एवं आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अंकुश नारंग ने इस पर भाजपा और मेयर राजा इकबाल सिंह को जमकर घेरा.
अंकुश नारंग ने कहा कि दीपावली के मौके पर भाजपा ने कर्मचारियों को राहत देने के बजाय समिति बनाकर सिर्फ झुनझुना पकड़ा दिया है. Saturday को हुई समिति की पहली बैठक में न तो मेयर राजा इकबाल सिंह पहुंचे और न ही एमसीडी के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. ऐसे में बैठक का कोई परिणाम निकलना संभव ही नहीं था.
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने समिति का गठन तो कर दिया, लेकिन कर्मचारियों की समस्याओं को सुलझाने की नीयत नहीं है. बीते 25 दिनों से एमटीएस कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिससे दिल्ली में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. नारंग ने कहा, “हिंदू त्योहारों के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा ने उन्हीं हिंदू कर्मचारियों को दशहरा, करवाचौथ, दीपावली और अब छठ महापर्व भी सड़क पर मनाने को मजबूर कर दिया.”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने इन कर्मचारियों की दीपावली ‘काली दीपावली’ में बदल दी है. अधिकारी कर्मचारियों की संख्या और खर्च को लेकर गलत आंकड़े पेश कर रहे हैं. एमसीडी में एमटीएस की कुल संख्या 9 हजार है, न कि 33 हजार जैसा कि अधिकारियों ने बताया है. वहीं, 400 करोड़ रुपए का जो अतिरिक्त खर्च बताया जा रहा है, वह भी झूठा है. उन्होंने कहा, “सिर्फ 9 हजार एमटीएस कर्मचारियों को समान वेतन देने पर करीब 90 करोड़ रुपए और 5200 कर्मचारियों पर 41 करोड़ रुपए का ही अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.”
नारंग ने कहा कि भाजपा की चारों इंजन की Government, केंद्र, राज्य, उपGovernor और एमसीडी, दिल्ली में होने के बावजूद कर्मचारियों की समस्या हल नहीं कर पा रही. उन्होंने कहा, “Prime Minister Narendra Modi, Chief Minister रेखा गुप्ता और महापौर राजा इकबाल सिंह सभी भाजपा से हैं. अगर ये 41 करोड़ रुपए का बजट भी नहीं जुटा पा रहे, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.”
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एससीएच