लोकसभा चुनाव में हाईटेक तकनीकों का सहारा लेगा आयोग

नई दिल्ली, 16 मार्च . लोकसभा चुनाव में इस बार आयोग 27 ऐप्स और आईटी सिस्टम के जरिए लोगों की मदद करेगा. इनके जरिए जहां एक ओर सर्विलांस में मदद मिलेगी तो दूसरी ओर मतदाता अपने प्रत्याशियों की जानकारी ले सकेंगे.

लोकसभा चुनाव के साथ ही चुनाव आयोग ने बिहार, हरियाणा, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की 26 विधानसभा के लिए उपचुनाव का कार्यक्रम भी तैयार किया है. इन उपचुनावों के उम्मीदवारों की जानकारी भी मतदाताओं को मिलेगी.

इन ऐप्स के जरिए मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढा जा सकता है. किस मतदाता को किस केंद्र पर जाकर मतदान करना है, उसका बूथ कौन सा है, उसकी जानकारियां भी ऐप्स पर मिल सकती है. इसके साथ चुनाव आयोग के दूसरे ऐप के जरिए रिकॉर्डिंग, रिपोर्टिंग और आचार संहिता उल्लंघन की रिपोर्ट की जा सकती है. 100 मिनट के अंदर रिस्पांस टीम मौके पर पहुंच जाएगी.

कैंडिडेट भी ऐप के जरिए अपना एफिडेविट और केवाईसी पूरा कर सकते हैं. सुविधा पोर्टल के जरिए नॉमिनेशन और एफिडेविट जमा किया जा सकता है. इसके साथ इस ऐप के जरिए प्रत्याशी अपनी रैली और मीटिंग्स की परमिशन भी ले सकता है.

चुनाव आयोग ‘मिथ वर्सेज रियलिटी’ की जानकारी भी साझा करेगा. चुनाव आयोग का कहना है कि सोशल मीडिया पर आने वाली गलत सूचनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं. वेबसाइट के जरिए यह जानकारियां लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी.

इसके अलावा क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को तीन बार समाचार पत्रों में अपने क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी. टीवी में भी इसके बारे में बताना होगा. साथ ही साथ संबंधित राजनीतिक दलों को आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों के चयन को लेकर जानकारी साझा करनी होगी.

पीकेटी/एबीएम