गाजियाबाद, 7 दिसंबर . एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर आरआरटीएस स्टेशनों के पार्किंग स्थलों में एकीकृत पार्किंग और वाणिज्यिक स्थल विकसित करने के लिए लोगों से उनकी राय और आवेदन मांगे हैं.
इस पहल का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा के लिए आरआरटीएस स्टेशनों पर पार्किंग के साथ-साथ यात्री केंद्रित अन्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करना और यात्रा अनुभव को विश्वस्तरीय बनाना है. ऐसा होने से आरआरटीएस स्टेशन यात्रियों के लिए परिवहन से बेहतर समाधान के साथ ही कमर्शियल एक्टिविटी के केंद्र के रूप में भी तैयार होंगे.
इस पहल के तहत, पार्किंग स्थलों को आउटलेट, फ़ूड कोर्ट, कार्यालय, सर्विस अपार्टमेंट और स्टूडियो अपार्टमेंट सहित विविध प्रकार की व्यावसायिक सुविधाओं के साथ बढ़ाया जा सकता है. इन विकासों का उद्देश्य बहुक्रियाशील केंद्र बनाना है, जो न केवल यात्रियों की तत्काल ज़रूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि अवकाश, काम और अल्पकालिक प्रवास के लिए स्थान भी प्रदान करते हैं, जिससे समग्र यात्री अनुभव समृद्ध होता है और स्टेशन क्षेत्रों की उपयोगिता अधिकतम होती है.
एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस कॉरिडोर पर रणनीतिक रूप से स्थित छह स्टेशनों पर एकीकृत पार्किंग और वाणिज्यिक स्थानों को पट्टे पर देने और विकसित करने के लिए लोगों की रुचि व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया है. इन स्टेशनों में डीपीएस राजनगर गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदी नगर दक्षिण, मोदी नगर उत्तर और मेरठ दक्षिण शामिल हैं. इस पहल का उद्देश्य वाणिज्यिक विकास के साथ उन्हें एकीकृत करके पार्किंग क्षेत्रों के उपयोग को अनुकूलित करना, यात्री सुविधा और स्टेशन उपयोगिता को बढ़ाना है. आरआरटीएस स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए बड़े पार्किंग स्थल तैयार किए गए हैं और इन्हीं पार्किंग स्थलों को यात्रियों की सुविधा के लिए विकसित करने के लिए इच्छुक विकासकर्ता अपने नए विकासात्मक विचारों के साथ 27 दिसंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं.
इस संबंध में अधिक जानकारी एनसीआरटीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है. वर्तमान में, साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक नौ स्टेशनों को जोड़ने वाले आरआरटीएस कॉरिडोर के 42 किलोमीटर हिस्से में नमो भारत ट्रेन सेवाएं चालू हैं. पूरा कॉरिडोर 82 किलोमीटर तक फैला है, जो दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक चलता है. इसी कड़ी में अब साहिबाबाद से आगे दिल्ली सेक्शन में आनंद विहार और न्यू अशोक नगर स्टेशनों पर भी ट्रायल रन चल रहे हैं.
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पीकेटी/