नई दिल्ली, 26 अगस्त . कोस्ट गार्ड (आईसीजी) ने सोमवार को एक चुनौतीपूर्ण अभियान में एक मालवाहक जहाज पर सवार 11 व्यक्तियों की जान बचाई है. यह अभियान इसलिए और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया था क्योंकि इसे सूरज उगने से पहले अंधेरे में शुरू किया गया.
आईसीजी ने बताया कि मुंबई में पंजीकृत सामान्य मालवाहक जहाज ‘आईटीटी प्यूमा’ कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर जा रहा था. इस दौरान, कथित तौर पर सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण में जहाज डूब गया. समुद्री खोज और बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) चेन्नई को 25 अगस्त की देर शाम एक संकट संकेत मिला.
कोलकाता में आईसीजी के क्षेत्रीय मुख्यालय (उत्तर पूर्व) ने तुरंत कोस्ट गार्ड के दो जहाजों और एक डोर्नियर विमान को मौके पर भेजा. रात में खोज अभियान में सक्षम उन्नत सेंसरों से सुसज्जित डोर्नियर विमान ने भटके हुए बेड़े का पता लगाया. इसी दौरान तटरक्षक बल के अधिकारियों को मालवाहक जहाज में सवार लोगों के जीवित होने का पता चला.
विमान द्वारा निर्देशित, आईसीजी जहाज वहां पर पहुंचा जहां जीवित बचे लोगों के लिए दो ‘लाइफ राफ्ट’ एक साथ बंधे हुए पाए गए. चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति के बावजूद, आईसीजी के जहाज सारंग और अमोघ ने, डोर्नियर विमान के साथ, 25 अगस्त की देर रात और 26 अगस्त के शुरुआती घंटों के दौरान चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए, समन्वित समुद्री-हवाई बचाव कार्य को अंजाम दिया.
तटरक्षक दल ने बताया कि संकटग्रस्त मालवाहक जहाज से चालक दल के 11 सदस्यों को बचा लिया गया. सभी को सुरक्षित किनारे पर लाया गया और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता मुहैया कराई गई. गौरतलब है कि हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय तटरक्षक बल की इंटरसेप्टर नौकाओं के लिए आधुनिक प्रणाली की खरीद को मंजूरी दी है.
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जीसीबी/एकेजे