गोरखपुर, 13 फरवरी . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब गरीबों और आर्थिक दृष्टि से निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों के कार्यक्रम भी फाइव स्टार सुविधाओं से युक्त होंगे और कल्याण मंडपम इसका माध्यम बनेगा. गोरखपुर के पहले कल्याण मंडपम का उद्घाटन हो रहा है और अगले कुछ महीनों में सात नए कल्याण मंडपम भी बनकर तैयार हो जाएंगे. इनमें से पांच कल्याण मंडपम के लिए धनराशि उन्होंने अपनी विधायक निधि से दी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम के कर्मचारियों और सफाई कर्मचारियों के लिए कल्याण मंडपम की बुकिंग मात्र 11 हजार रुपये में करने के निर्देश नगर निगम को दिए गए हैं.
सीएम योगी गुरुवार को करीब 103 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात देने के लिए खोराबार टाउनशिप में नगर निगम की तरफ से आयोजित लोकार्पण-शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने नगर के नवसृजित वार्ड खोराबार में 4.71 करोड़ रुपये की लागत से बने शहर के पहले कल्याण मंडपम का लोकार्पण करने के साथ ही 4.55 करोड़ रुपये की लागत से बने गैस आधारित पशु शवदाह गृह, महादेवपुरम से रामगढ़ताल में फेज 2 (पम्पिंग स्टेशन) तक 2.46 करोड़ रुपये से नाला निर्माण कार्य, एकला बांध से पशु शवदाह गृह (कारकस प्लांट) तक 0.68 करोड़ रुपये से सड़क निर्माण, महेवा स्थित कान्हा गोशाला में 0.97 करोड़ रुपये से शेड निर्माण का लोकार्पण किया. कुल 26.31 करोड़ रुपये के कार्यों का लोकार्पण करने के अलावा उन्होंने 76.40 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास भी किया.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण मंडपम का उद्घाटन नागरिक सुविधाओं के क्षेत्र में एक नई शुरुआत है. किसी भी मांगलिक या सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए यह बहुत अच्छा है. जिनके पास साधन हैं, वे होटलों या बड़े लॉन में कार्यक्रम कर सकते हैं, लेकिन जिनके पास पैसा नहीं है, जो गरीब हैं, वे कहां जाएंगे. इसे लेकर नगर निगम और विकास प्राधिकरण से कहा था कि कल्याण मंडपम के रूप में ऐसा स्थान हो, जहां गरीब, निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों के वैवाहिक आयोजन, मांगलिक कार्यक्रम सुविधापूर्ण तरीके से हो सकें. इस कल्याण मंडपम में सभागार, डॉरमेट्री, 6 रूम, किचन और लॉन भी है.
सीएम योगी ने कहा कि कल्याण मंडपम गरीबों, निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए स्थायी संपदा है, जहां फाइव स्टार सुविधाएं हैं. आज गोरखपुर नगर निगम और नगर निकायों को विकास की अन्य अनेक योजनाओं की सौगात मिल रही है. इसमें एक महत्वपूर्ण परियोजना पशु शवदाह गृह की है. इससे जानवरों के शव के अंतिम संस्कार की समस्या का समाधान होगा और लोगों को बदबू से मुक्ति मिलेगी.
उन्होंने कहा कि इसी क्रम में गोरखपुर की पहचान को सुरक्षित रखते हुए घंटाघर का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है. घंटाघर के बगल में स्थित शहीद बंधु सिंह पार्क में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण युद्धस्तर पर हो रहा है. पार्कों के विकास, सड़कों के चौड़ीकरण और जलनिकासी की परियोजनाओं पर कार्य हो रहे हैं. गोड़धोइया नाला परियोजना के पूर्ण होते ही शहर को जलभराव की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी. देसी विधि से राप्ती नदी में गिरने वाले लिक्विड वेस्ट, दूषित जल का शोधन किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल खेती में होगा.
मुख्यमंत्री ने लोगों से विकास यात्रा में सहभागी बनने और स्वच्छता के प्रति आग्रही बनने की अपील की. इसके लिए ‘स्वच्छता कॉमिक’ का उल्लेख करते हुए सीएम योगी ने कहा कि 40 वर्ष में गोरखपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश ने गंदगी के कारण होने वाली मौतों को देखा है. गंदगी, कूड़ा, तालाबों को पाटने और नालियों के चोक होने के परिणामस्वरूप इंसेफेलाइटिस से बड़े पैमाने पर मौतें होती थीं. लोगों के स्वच्छता के प्रति आग्रही बनने, स्वच्छ भारत मिशन और डबल इंजन सरकार के प्रयासों के परिणाम से आज इंसेफेलाइटिस पूरी तरह समाप्त है. सभी लोगों को स्वच्छता को प्राथमिकता देनी होगी. सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने का संकल्प लेना होगा.
उन्होंने कहा कि हम लोग आज जहां खड़े हैं, वहां खोराबार की मेडिसिटी/टाउनशिप परियोजना में हर आय वर्ग के लोगों के लिए आवास का सपना साकार हो रहा है. यहां ईडब्लूएस, एलआईजी, एमआईजी, एचआईजी के मकान बन रहे हैं, प्लॉट भी उपलब्ध करवाए गए हैं. एक आवास, जिसमें दो बेडरूम, एक डाइनिंग हाल, किचन, टॉयलेट-बाथरूम हैं, उसकी 28 लाख रुपये लागत आ रही है. ऐसे ही एलआईजी के मकान की लागत भी लगभग 16 लाख के आसपास पड़ रही है. ईडब्ल्यूएस के मकान की कीमत भी उसी प्रकार कम होती जाएगी.
कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने मंच से उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाईकर्मियों को प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया. उन्होंने एक दिवंगत सफाईकर्मी के पिता को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक भी सौंपा. मंच पर आने से पूर्व मुख्यमंत्री ने कल्याण मंडपम का फीता काटकर लोकार्पण और निरीक्षण किया. उन्होंने कल्याण मंडपम की व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली. उन्होंने कार्यक्रम के बाद नगर निगम की दस गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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एसके/एबीएम