गोरखपुर, 1 सितंबर . मल्टीनेशनल कंपनी पेप्सिको के बाद कोका कोला का बॉटलिंग प्लांट भी गोरखपुर में लगने जा रहा है. यह प्लांट अमृत बॉटलर्स द्वारा 700 करोड़ रुपए के निवेश से लगाया जाएगा. गीडा के सेक्टर 27 में कोका कोला के बॉटलिंग प्लांट की स्थापना के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास चार सितंबर (Thursday ) को Chief Minister योगी आदित्यनाथ के हाथों होना संभावित है.
इस अवसर पर Chief Minister द्वारा प्लास्टिक पार्क में 120 करोड़ रुपए के निवेश से बनी तीन औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण, 640 करोड़ रुपए के निवेश वाली तीन यूनिट्स का शिलान्यास, औद्योगिक भूमि के आवंटन पत्र का वितरण, 400 करोड़ रुपए की लागत वाली कालेसर आवासीय योजना सेक्टर 11 के आवंटन पत्र का वितरण, सीईटीपी व सीपेट का शिलान्यास और 281 करोड़ रुपए के अवस्थापना विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया जाना भी प्रस्तावित है.
Chief Minister निजी क्षेत्र व गीडा की कुल मिलाकर 2251 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे. योगी आदित्यनाथ के Chief Minister बनने के बाद गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) देश के टॉप इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन में अपना स्थान सुनिश्चित कर रहा है. बीते पांच सालों में करीब 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों का धरातल पर उतरना और चालू वित्तीय वर्ष में 5800 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव होना इसका प्रमाण है.
गीडा क्षेत्र औद्योगिक निवेश के लिए देश ही नहीं विश्व स्तर के औद्योगिक घरानों को पसंद आ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि मल्टीनेशनल पेप्सिको की फ्रेंचाइजी वरुण बेवरेजेज का 1100 करोड़ रुपए के निवेश से स्थापित बॉटलिंग प्लांट यहां पहले से उत्पादनरत है. अब कोका कोला का प्लांट भी लग जाएगा. इसके लिए गीडा प्रबंधन ने अमृत बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड को सेक्टर 27 में 40 एकड़ भूमि का आवंटन किया है. पहले चरण में यहां 700 करोड़ रुपए के निवेश से 3000 बोतल प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता का प्लांट लगाया जाएगा. इस प्लांट में कोका कोला ग्रुप के थम्सअप, फैंटा, स्प्राइट, माजा ब्रांड के पेय पदार्थ और किनले ब्रांड के बॉटल वाटर का उत्पादन किया जाएगा.
इस प्रोजेक्ट में करीब 1200 लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार मिलने का अनुमान है. केंद्र सरकार के रसायन एवं पेट्रो-केमिकल्स विभाग ने देशभर में जिन 10 प्लास्टिक पार्कों की स्थापना की मंजूरी दी है, उनमें उत्तर प्रदेश का पहला प्लास्टिक पार्क गीडा क्षेत्र में 88 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया गया है. यहां प्लास्टिक उत्पादों की कुल 92 यूनिट्स स्थापित होनी हैं जिसके सापेक्ष करीब पांच दर्जन यूनिट्स के लिए जमीनों का आवंटन हो गया है. उद्यमियों के रुझान को देखते हुए यह देश का सर्वाधिक सफल प्लास्टिक पार्क साबित हो रहा है. यहां कई इकाइयों में उत्पादन शुरू हो गया है जिनमें से 120 करोड़ रुपये के निवेश से क्रियाशील तीन यूनिट्स का लोकार्पण Chief Minister योगी आदित्यनाथ के हाथों होना संभावित है. लोकार्पित होने वाली यूनिट्स में से एक देश की प्रमुख प्लास्टिक पैकेंजिंग कंपनी टेक्नोप्लास्ट पैकेंजिंग प्राइवेट लिमिटेड भी है. टेक्नोप्लास्ट ने 96 करोड़ रुपए के निवेश से 250 लोगों को रोजगार भी दिया है.
लोकार्पित होने जा रही दो अन्य कंपनियों ओमफ्लैक्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने 17 करोड़ रुपए और गजानन पाली प्लास्ट में 7 करोड़ रुपए का निवेश किया है. गीडा ने सेक्टर 27 में तीन निजी इकाइयों एपीएल अपोलो ट्यूब्स लिमिटेड, ग्रीनटेक भारत प्राइवेट लिमिटेड (एसएलएमजी ग्रुप) और कपिला कृषि उद्योग को जमीन आवंटित की गई है. इन तीनों यूनिट्स के जरिए 640 करोड़ रुपए का निवेश किया जाना प्रस्तावित है. इनके धरातल पर उतरने से करीब 1200 लोगों को रोजगार मिल सकेगा. Chief Minister के आगमन पर इन तीनों इकाइयों का शिलान्यास भी प्रस्तावित है. गीडा के प्लास्टिक पार्क में केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं तकनीक संस्थान (सीपेट) का स्किल ट्रेनिंग सेंटर और सीएफसी (कामन फैसिलिटी सेंटर) की स्थापना होने जा रही है. इसके निर्माण पर 16 करोड़ रुपए की लागत आएगी. सीपेट सेंटर के लिए गीडा द्वारा पांच एकड़ भूमि निशुल्क दी गई है.
गीडा प्रबंधन इसका शिलान्यास भी Chief Minister की मौजूदगी में कराने की तैयारी में है. गीडा में औद्योगिक इकाइयों के अपशिष्ट उपचार हेतु अड़िलापार में 11.15 एकड़ क्षेत्रफल के 93.52 करोड़ रुपये की लागत से सीईटीपी (कामन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जा रहा है. 4 एमएलडी क्षमता के इस प्लांट का शिलान्यास भी Chief Minister योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाना है. गीडा द्वारा विभिन्न सेक्टर्स में 281 करोड़ रुपए की अवस्थापना विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी होना है.
–
विकेटी/एसके