संगम में प्रथम ‘अमृत स्नान’ कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुजनों का अभिनंदन : सीएम योगी

लखनऊ, 14 जनवरी . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को देशवासियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी है.

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है. आज लोक आस्था के महापर्व ‘मकर संक्रांति’ के पावन अवसर पर महाकुंभ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में प्रथम ‘अमृत स्नान’ कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालु जनों का अभिनंदन!”

संगम नगरी प्रयागराज में सनातन आस्था के महापर्व महाकुंभ का दिव्य भव्य शुभारंभ सोमवार को पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ हो गया है. महाकुंभ के अमृत स्नान का सनातन आस्था में विशेष महत्व है. अनादि काल से साधु, संन्यासियों और श्रद्धालुओं की महाकुंभ के अमृत काल में संगम स्नान करने की परंपरा रही है. आदि शंकराचार्य की प्रेरणा से बने अखाड़े महाकुंभ में भव्य शोभा यात्रा के साथ अमृत स्नान करते हैं.

महाकुंभ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम देखने को मिले. वहीं आला अधिकारी भी हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ग्राउंड पर दिखाई दिए. पूरे मेला क्षेत्र में डेप्लॉय किए गए 50 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी पूरी तरह मुस्तैद रहे, तो वहीं एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली.

हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी 2025 को प्रयागराज में समाप्त होने वाला है. महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, सामाजिक एकता और श्रद्धा का भी प्रतीक है. इस बार महाकुंभ मेला 2025 में प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है.

इससे पहले 2013 में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हुआ था. महाकुंभ में विभिन्न अखाड़ों के साधु-संत भी जुटते हैं. इस दौरान वह हवन, पूजा और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं. महाकुंभ में कुछ विशिष्ट दिनों को शाही स्नान के रूप में मनाया जाता है. इसमें श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है.

एकेएस/एएस