महाकुंभ भगदड़ पर भावुक हुए सीएम योगी, मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख के मुआवजे का ऐलान

लखनऊ, 29 जनवरी . उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन बुधवार की सुबह अमृत स्नान के दौरान महाकुंभ मेले में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है.

महाकुंभ भगदड़ को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संगम तट पर एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ. हम राज्य सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा करते हैं. न्यायिक आयोग इस मामले की जांच करेगा. पूरे मामले की जांच कर आयोग समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा. मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज जाएंगे और आगे होने वाले स्नान के साथ सभी मुद्दों को देखेंगे.

सीएम योगी ने कहा कि भगदड़ में 90 से ज्यादा लोग गंभीर या सामान्य रूप से घायल हुए है. 30 लोगों की जान चली गई है. वहीं 36 श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है, शेष घायलों को उनके परिवार के लोग लेकर चले गए हैं. हम मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ लगातार संपर्क में हैं, जो भी सुविधाएं संभव हो सकती थीं, वहां मुहैया कराई गई हैं.

सीएम योगी ने भावुक होते हुए कहा कि घटना दुखद है. जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है. दुर्भाग्य से ये मौतें हुई हैं. यह कुंभ का मुख्य स्नान था और प्रयागराज में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के कारण मार्ग अवरुद्ध थे. प्रशासन उन मार्गों को खाली कराने के लिए कल रात से ही प्रयास कर रहा था. इस घटना के बाद मेला प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों ने वहां अमृत स्नान स्थगित कर दिया, जो सुबह 4 बजे शुरू होना था. बाद में दोपहर में अमृत स्नान शुरू हुआ, जिसमें सभी अखाड़े शामिल हुए.

सीएम योगी ने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कुंभ हादसे की न्यायिक जांच होगी. पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है. पूर्व उच्च स्तरीय अधिकारी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस बीके सिंह कमेटी में शामिल होंगे. घटना की तह में जाना जरूरी है. पुलिस भी जांच करेगी कि ऐसा हादसा क्यों हुआ, इसकी जानकारी ली जाएगी.

वहीं डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बताया कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई है. 25 लोगों की पहचान हो चुकी है और बाकी पांच की पहचान की जा रही है. 36 लोगों का इलाज मेडिकल अस्पताल में चल रहा है, शेष घायलों को उनके परिवार के लोग लेकर चले गए हैं. फिलहाल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है. इसके माध्यम से घायल व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. फिलहाल स्थिति सामान्य है.

आपको बता दें कि महाकुंभ में बुधवार सुबह उस समय भगदड़ मच गई, जब श्रद्धालु और संत पवित्र स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ रहे थे. टेंट सिटी में श्रद्धालुओं की अचानक उमड़ी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई. कथित तौर पर उनमें से कुछ ने ‘संगम’ तक पहुंचने के लिए बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे वहां भगदड़ मच गई.

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