सीएम रेवंत रेड्डी ने राजनीति में दलबदल के लिए विचारधारा के अभाव को ठहराया जिम्मेदार

हैदराबाद, 12 जनवरी . तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने रविवार को दलबदल के लिए विचारधारा के अभाव और छात्र राजनीति को जिम्मेदार ठहराया.

उन्होंने कहा कि नेता पदों के लिए पार्टियां बदल रहे हैं, उन्होंने वैचारिक छात्र राजनीति की जरूरत पर जोर दिया.

उन्होंने कहा कि जो छात्र पार्टी की विचारधारा का पालन करते हैं, वे हमेशा राजनीतिक संगठन के प्रति वफादार रहेंगे.

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल विद्यासागर राव की आत्मकथा ‘यूनिका’ के विमोचन के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे.

रेवंत रेड्डी ने विद्यासागर राव की उस्मानिया विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति के दौरान विचारधारा का सख्ती से पालन करने की प्रशंसा की.

उन्होंने दो राज्यों के राज्यपाल के रूप में विद्यासागर राव के योगदान की सराहना की और कहा कि उन्होंने तेलंगाना का सम्मान बरकरार रखा.

उन्होंने कहा कि यह सराहनीय है कि विद्यासागर राव ने एक भी आरोप का सामना किए बिना पांच दशक तक सक्रिय राजनीति में काम किया और वह तेलंगाना समाज के लिए एक आदर्श हैं.

मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालयों के गिरते स्तर पर दुख जताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपनी चमक और अस्तित्व खोने के कगार पर हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में छात्रों का राजनीति में सक्रिय होना जरूरी है.

उन्होंने दावा किया कि पदभार संभालने के तुरंत बाद उन्होंने विश्वविद्यालयों का गौरव वापस लाने का फैसला किया. तेलंगाना आंदोलन के दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

उन्होंने कहा कि राजनीति में छात्रों की सक्रिय भूमिका के परिणामस्वरूप तेलंगाना राज्य का गठन हुआ. मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार और भाजपा व बीआरएस के अन्‍य नेताओं से हैदराबाद मेट्रो के विस्तार के लिए केंद्र की मंजूरी दिलाने में मदद करने का आग्रह किया.

उन्होंने बताया कि जब हैदराबाद मेट्रो का पहला चरण पूरा हुआ था, तब यह देश का दूसरा सबसे लंबा मेट्रो नेटवर्क था, लेकिन अब यह नौवें स्थान पर आ गया है.

उन्होंने कहा कि हैदराबाद अमरावती से नहीं, बल्कि विश्व से प्रतिस्पर्धा कर रहा है. उन्होंने मेट्रो विस्तार की आवश्यकता पर बल दिया.

उन्होंने बताया कि तेलंगाना की 60 प्रतिशत आय हैदराबाद से आती है. उन्होंने तेलंगाना को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की अपनी महत्वाकांक्षा जताई.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैदराबाद को वैश्विक शहर के रूप में विकसित करने के लिए रीजनल रिंग रोड और रीजनल रिंग रेल को मंजूरी देने का आग्रह किया है.

उन्होंने केंद्र से तेलंगाना को एक सूखा बंदरगाह आवंटित करने का भी आग्रह किया, क्योंकि यह चारों ओर से भूमि से घिरा हुआ राज्य है. उन्होंने कहा कि केंद्र को काजीपेट रेलवे कोच फैक्ट्री का काम भी जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए.

रेवंत रेड्डी ने कहा कि उनका किसी के साथ कोई मतभेद नहीं है. वह सभी से मिलेंगे और तेलंगाना के विकास के लिए सभी का सहयोग मांगेंगे.

हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि उन्होंने विद्यासागर राव के साथ 40 साल तक काम किया है. उन्होंने कहा कि विद्यासागर राव ने राज्य में एबीवीपी और भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की.

उन्होंने तेलंगाना के लिए गोदावरी जल के महत्व को रेखांकित करने के लिए विद्यासागर राव के प्रयासों को याद किया.

विद्यासागर राव ने कहा कि नेता चाहे किसी भी पार्टी के हों, उनमें राष्ट्रवादी भावनाएं होती हैं.

उन्होंने कहा कि युवाओं की क्षमता का दोहन करना आज के नेताओं के सामने चुनौती है.

उन्होंने झीलों और प्राकृतिक निकायों को बचाने के लिए ‘हाइड्रा’ का विचार लाने के लिए रेवंत रेड्डी की प्रशंसा की.

उन्होंने आदिवासियों की भूमि से संबंधित समस्या के समाधान के लिए एक समान निकाय की स्थापना की मांग की.

एकेएस/