पटना, 26 अगस्त . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) के निर्माणाधीन नेत्र अस्पताल का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया. कहा जा रहा है कि यह देश के उत्तर-पूर्वी हिस्से में सरकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा नेत्र अस्पताल होगा.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रथम तल पर जाकर ओपीडी, वार्ड एरिया, ऑपरेशन थियेटर रूम और जेनरल वार्ड का भी निरीक्षण किया. उन्होंने अस्पताल के बचे हुए निर्माण का काम तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये. निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद आंखों के मरीजों को काफी सहूलियत होगी. उन्हें राज्य में ही आंख के रोगों के बेहतर इलाज के लिये एक और विकल्प मिलेगा.
मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की व्यवस्थाओं के संबंध में भी अधिकारियों से जानकारी ली. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सीएम को बताया कि 188 करोड़ रुपये की लागत से 154 बेड का यह नेत्र अस्पताल अपने-आप में विशिष्ट होगा. यह ‘जी प्लस’ श्रेणी का होगा. यहां कार्निया एंड रिफ्रैक्टिव, ग्लूकोमा, रेटिना एवं यूविया के इलाज की बेहतर सुविधा होगी. यहां पीडियाट्रिक एवं न्यूरो ऑपथैल्मोलॉजी की भी बेहतर चिकित्सा हो सकेगी. इस अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी की सुविधा भी उपलब्ध होगी. यह उत्तर-पूर्वी भारत के सरकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा नेत्र अस्पताल होगा.
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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एमएनपी/एकेजे