भुवनेश्वर, 5 फरवरी . ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को ‘विकसित गांव, विकसित ओडिशा’ योजना की शुरुआत की.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुझे वीर पाइक माटी खुर्दा जिले के जानकिया में ‘विकसित गांव, विकसित ओडिशा’ योजना का शुभारंभ करते हुए बहुत खुशी हो रही है. यह योजना ग्रामीण ओडिशा के समग्र विकास को आगे बढ़ाने में मदद करेगी और गांवों और शहरों में उपलब्ध विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं के बीच अंतर को पाटने में भी मदद करेगी.
सीएम माझी ने आगे कहा कि इस योजना का उद्देश्य शहर जैसी सुविधाएं प्रदान करके और गांव के विकास की नींव को मजबूत करके ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव लाना है. सरकार ने ओडिशा के हर गांव का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए पांच वर्षों में 5,000 करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है. यह योजना ग्रामीण बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी, आदिवासी क्षेत्र विकास, पर्यटन को बढ़ावा देने और शिक्षा और खेल सुविधाओं को मजबूत करने पर केंद्रित है. साथ ही सड़क, परिवहन में सुधार और स्थानीय सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा. विकास राजनीतिक हितों से प्रेरित नहीं होगा और जरूरत पड़ने पर पिछली सरकारों की अधूरी परियोजनाओं को भी अतिरिक्त धनराशि से पूरा किया जाएगा.
सीएम माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमारी सरकार ने 2036 तक ‘विकसित ओडिशा’ बनाने की योजना बनाई है. इसे साकार करने के लिए “विकसित गांव, विकसित ओडिशा” योजना लागू करने का निर्णय लिया गया है. अगले 5 वर्षों के लिए इसके लिए कुल 5,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. योजना के माध्यम से शिक्षा, खेल, परिवहन और पर्यटन बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सांस्कृतिक केंद्र, कल्याण मंडप, सामुदायिक केंद्र आदि का निर्माण किया जाएगा. जो लोगों की भागीदारी और सरकार के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने में मदद करेगा.”
उन्होंने आगे लिखा, “विकसित गांव, विकसित ओडिशा” वास्तव में पीएम मोदी के मंत्र “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” का सबसे अच्छा उदाहरण है. मैं आज सभी से आह्वान करता हूं कि साथ आएं और इस योजना को सफल और जनोन्मुखी बनाकर ग्रामीण विकास में एक नया अध्याय लिखें. मैं इसके लिए सभी के सहयोग और योगदान की कामना करता हूं.”
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एकेएस/