पंजाब : विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी की मौत पर सीएम मान ने जताया दुख

चंडीगढ़, 11 जनवरी . पंजाब के लुधियाना पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से आम आदमी पार्टी विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी की शुक्रवार रात गोली लगने से मौत हो गई. उनके निधन से पंजाब में शोक की लहर दौड़ गई है. विधायक को गोली लगने के बाद इलाज के लिए डीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया ने दुख जताया है.

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावुक संदेश में लिखा, “लुधियाना पश्चिमी से हमारी पार्टी के सम्माननीय विधायक गुरप्रीत गोगी जी के निधन की दुखद खबर मिली. सुनकर बेहद दुख हुआ, गोगी जी बहुत अच्छे इंसान थे. दुख की घड़ी में परिवार के साथ दिल से हमदर्दी. परमात्मा दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें. परिवार सहित चाहने वालों को दुख सहने की हिम्मत और साहस दें. वाहेगुरु वाहेगुरु.”

पंजाब के मंत्री हरदीप सिंह मुंडिया ने भी इस दुखद घटना पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. उन्होंने कहा कि हमें गुरप्रीत गोगी के निधन की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण खबर मिली. हमें बस इतना पता है कि यह एक दुर्घटना थी. यह पार्टी और मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से क्षति है. वह एक बड़े भाई की तरह थे.

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जसकरण सिंह तेजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि परिवार के सदस्यों के अनुसार विधायक ने गलती से खुद को गोली मार ली और उनके सिर में गोली लग गई. गुरप्रीत गोगी को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया. उनके शव को डीएमसी अस्पताल के शवगृह में रख दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा.

अधिकारियों के अनुसार, यह घटना शुक्रवार आधी रात के आसपास हुई और विधायक को डीएमसी अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया. विधायक की मौत की पुष्टि जिला आप अध्यक्ष शरणपाल सिंह मक्कड़ और पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने की. डीसीपी जसकरण सिंह ने कहा, “घटना आधी रात के आसपास हुई और उन्हें डीएमसी अस्पताल लाए जाने पर मृत घोषित कर दिया गया. आगे की जांच चल रही है.

बता दें कि गुरप्रीत गोगी 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और लुधियाना विधानसभा चुनाव के दौरान दो बार के पूर्व कांग्रेस विधायक भारत भूषण आशु को हराया. उनकी पत्नी सुखचैन कौर गोगी भी नगर निगम चुनाव लड़ी थीं , लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रजीत सिंह इंडी से हार गईं.

पीएसके/केआर