कोलकाता, 7 अप्रैल . तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सुप्रीमो एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शिक्षक नौकरी घोटाले मामले के लिए टास्क फोर्स के गठन का आदेश देने पर पार्टी नेता कुणाल घोष ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सीएम ममता बनर्जी उन लोगों के साथ खड़ी हैं, जिन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद अपनी नौकरी खो दी है.
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, “मुख्यमंत्री उन लोगों के साथ खड़े हैं, जिन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद अपनी नौकरी खो दी. उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है. इसमें शिक्षा सचिव, वकील, शिक्षक प्रतिनिधि और अन्य संबंधित व्यक्ति शामिल होंगे. यह टास्क फोर्स मुख्यमंत्री द्वारा कानूनी माध्यम से शुरू की गई प्रक्रिया की निगरानी करेगी, ताकि इसमें देरी न हो और समाधान की दिशा में तेजी से काम हो सके.”
दरअसल, तृणमूल ने आरोप लगाया है कि माकपा और भाजपा ने विभिन्न सरकारी स्कूलों में 25,753 शिक्षण और गैर-शिक्षण नौकरियों को समाप्त करने की साजिश रची है. तृणमूल कांग्रेस के राज्य प्रमुख ने सोमवार को दावा किया कि पार्टी के छात्र और युवा विंग के सदस्यों द्वारा 9 अप्रैल को कोलकाता में एक बड़ी विरोध रैली आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि रैली दोपहर 3 बजे उत्तर कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से शुरू होगी और मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड में समाप्त होगी.
उन्होंने कहा, “10 अप्रैल को राज्य के हर जिले में इसी तरह की विरोध रैलियां आयोजित की जाएंगी.”
राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि तृणमूल ने जानबूझकर नौकरियों की समाप्ति के लिए माकपा और भाजपा पर आरोप लगाया है, क्योंकि सीधा विरोध सर्वोच्च न्यायालय (एससी) के फैसले के खिलाफ होगा.
पिछले सप्ताह, सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा की गई कुल 25,753 नियुक्तियों को रद्द करने वाले कलकत्ता उच्च न्यायालय के पहले के आदेश को बरकरार रखा.
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