नई दिल्ली, 13 सितंबर . दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जवल भुइंया की पीठ ने उन्हें जमानत दे दी. इस पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि, सीएम अरविंद केजरीवाल को शर्तों के साथ बेल मिली है. वो दिल्ली के सीएम ऑफिस में नहीं जा पाएंगे, वो किसी अफसर को नहीं बुला पाएंगे. वो देश छोड़ के नहीं जा सकते है. जमानत एक रूटीन प्रोसेस है. मुकदमा खारिज नहीं हुआ है. लालू यादव को इसी तरह से बेल मिली थी और बाद में जेल जाना पड़ा था.
आम आदमी पार्टी बेवजह ढोल पीट रही है. उन्हें जमानत मिली है, मुकदमा अभी चलेगा. कोर्ट ने माना है कि जो साक्ष्य उनके खिलाफ पेश किए गए हैं, वह वैलिड है, इसलिए उन पर मुकदमा चलेगा. सीएम अरविंद केजरीवाल को इतनी जल्दी खुशियां नहीं मनानी चाहिए, क्योंकि अभी उनके खिलाफ मुकदमा चलना है.
आप नेता मनीष सिसोदिया की ओर से जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप पर उन्होंने कहा कि, 30 लाख के मुचलके पर उन्हें जेल से बेल मिली है. उन्हें हफ्ते में दो बार हवलदार को नमस्ते करना पड़ता है और बताना पड़ता है कि मैं यहां पर हूं. उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है. पुलिस उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है. ये सब लोग टर्म्स एंड कंडीशन पर बाहर हैं. इन लोगों पर अभी भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है. इनके मामले खारिज नहीं हुए हैं.
वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि, मनीष सिसोदिया के अलावा और आम आदमी पार्टी के अलावा किसी को अरविंद केजरीवाल कट्टर ईमानदार नहीं दिखते. डेढ़ सौ दिन तक एक कट्टर भ्रष्टाचारी ही जेल में रह सकता है. ये वही लोग हैं, जो प्रभु श्री राम के मंदिर पर अस्पताल बनाने की बात कर रहे थे. आज अवसरवादिता के चक्कर में इनको प्रभु श्री राम की याद आ गई. एक बात स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी बेल पर बाहर रहने वाली पार्टी बन गई है.
उन्होंने कहा कि, अरविंद केजरीवाल बेल वाले मुख्यमंत्री हैं. एक समय था, जब लालू प्रसाद यादव को भी बेल मिली थी, इसका यह मतलब नहीं था कि लालू प्रसाद यादव कट्टर भ्रष्टाचारी नहीं थे. आज लालू प्रसाद यादव या अरविंद केजरीवाल में कोई फर्क नहीं है. दोनों कट्टर भ्रष्टाचारी हैं, इसलिए उन्होंने डेढ़ सौ दिन जेल में बिताया है और आने वाले समय में वापस जेल जाएंगे.
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एकेएस/