नलबाड़ी घटना पर बोले सीएम हिमंत बिस्व सरमा, महिलाओं की गरिमा सबसे महत्वपूर्ण

दिसपुर, 16 सितंबर . असम के नलबाड़ी जिले में सीधी भर्ती परीक्षा के अंतर्गत एक महिला उम्मीदवार के निजी अंगों की तलाशी लेने के मामले के तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संज्ञान लेते हुए असम के डीजीपी को राज्य की परीक्षाओं में महिलाओं के सम्मान के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करने के निर्देश दिए हैं.

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “मैंने इस मामले पर असम के डीजीपी से बात की और उन्हें उस घटना की जांच करने का निर्देश दिया, जिसमें एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि एक महिला कांस्टेबल ने परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले उसके निजी अंगों की तलाशी ली थी. मेरे लिए, हमारी माताओं और बहनों की गरिमा तथा सम्मान सबसे महत्वपूर्ण है. इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता.”

उन्होंने आगे लिखा, “डीजीपी ने मुझे उत्तरी लखीमपुर की एक अन्य घटना के बारे में भी बताया. इस घटना में उसी दिन एक छात्रा के अंडरगारमेंट्स से नकल की सामग्री बरामद की गई थी. इसके बाद हमारे सामने दो महत्वपूर्ण कार्य हैं. पहला, असम सीधी भर्ती परीक्षा (एडीआरई) को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ आयोजित करना.

“दूसरा, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी महिला उम्मीदवारों की शालीनता और गरिमा हर समय बरकरार रहे. इसलिए, महिलाओं से संबंधित तलाशी के संचालन के संबंध में माननीय न्यायालयों के प्रासंगिक निर्णयों और महिला आयोग के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए एक उचित एसओपी विकसित किया जाना चाहिए. इसे अगले दौर की परीक्षा से पहले हर परीक्षा केंद्र पर प्रसारित कर देना चाहिए. हम अपनी युवा पीढ़ी के ऋणी हैं, और इससे किसी भी परिस्थिति में समझौता नहीं किया जा सकता.”

बता दें कि असम में सीधी भर्ती परीक्षा (एडीआरई) में शामिल होने आई एक महिला अभ्यर्थी ने दावा किया कि परीक्षा से पहले जांच के दौरान कर्मचारियों ने उसके प्राइवेट पार्ट टच किये. महिला ने कहा कि उसे नहीं पता कि यह सब क्यों किया जा रहा था, लेकिन जिस तरह से यह जांच की गई, वह बेहद आपत्तिजनक थी. उन्होंने शरीर के निचले हिस्से पर हाथ रखा और प्राइवेट पार्ट्स को छूकर जांच की.

पीएसएम/एकेजे