सीएम भूपेंद्र पटेल ने नर्मदा के पावन जल का लिया आशीर्वाद, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने आए लोगों से की बात

गांधीनगर, 1 अक्टूबर . जल की जीवन रेखा नर्मदा योजना के सरदार सरोवर बांध का जलस्तर Gujarat में कृषि क्रांति और क्रांति का प्रतीक है, अपने चरम 138.68 मीटर अर्थात 455 फीट पर पहुंच गया है.

Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने जगत की आदिशक्ति की आराधना के पर्व शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि के पावन अवसर पर एकता नगर स्थित सरदार सरोवर बांध स्थल पर पहुंचकर लोकमाता नर्मदा के पावन जल का पूजन किया और आशीर्वाद लिया.

सीएम पटेल ने 10,453 गांवों, 190 शहरों और 7 नगर निगमों सहित Gujarat के 4 करोड़ से अधिक लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने वाली सरदार सरोवर नर्मदा बांध परियोजना के लबालब जलस्तर के बीच हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण में वैदिक मंत्रोच्चार और उत्साह के साथ जल पूजन किया.

Prime Minister Narendra Modi द्वारा 17 सितंबर 2017 को सरदार सरोवर बांध राष्ट्र को समर्पित किए जाने के बाद से, यह बांध अब तक कुल छह बार, वर्ष 2019, 2020, 2022, 2023, 2024 और 2025, में अपने अधिकतम स्तर तक भर चुका है. 138.68 मीटर (455 फीट) के स्तर पर नर्मदा बांध की कुल जल संग्रहण क्षमता 9,460 मिलियन घन मीटर है.

सीएम ने राज्य की निरंतर प्रगति के प्रतीक और Gujarat के जलस्रोत, सरदार सरोवर नर्मदा बांध के पूर्ण जलस्तर की पूजा-अर्चना कर जलशक्ति की स्तुति की परंपरा को जारी रखा है. उन्होंने सभी से बहुमूल्य नर्मदा जल का संयम और समझदारी से उपयोग करने की अपील की है. Chief Minister ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने आए लोगों से सहजता से बातचीत की और विभिन्न पर्यटन सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की.

सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को है. Prime Minister मोदी की प्रेरक उपस्थिति में एकता नगर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली राष्ट्रीय एकता परेड इस वर्ष सरदार साहब की 150वीं जयंती के विशेष अवसर पर आयोजित की जाएगी. Chief Minister ने इस एकता परेड स्थल का दौरा किया और संबंधित अधिकारियों से राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की पूरी जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया.

यहां यह बताना महत्वपूर्ण है कि Narendra Modi ने Prime Minister पद ग्रहण करने के मात्र 17 दिनों के भीतर ही नर्मदा बांध के शेष कार्य को पूरा करने और गेट लगाने की स्वीकृति दे दी थी. राज्य Government ने भी इस कार्य को तत्परता से किया और 30 गेटों के कार्य सहित सभी कार्य निर्धारित समय से 9 महीने पहले ही पूरे कर लिए.

इस वर्ष मानसून में सुजलाम-सुफलाम और सौनी योजनाओं के माध्यम से उत्तर Gujarat और सौराष्ट्र-कच्छ को पानी वितरित किया गया है. सुजलाम-सुफलाम योजना में 98 एमसीएम (3,431 एमसीएफटी) पानी की आपूर्ति की गई है और 877 तालाब भरे जा चुके हैं. सौनी योजना में 114 एमसीएम (3,992 एमसीएफटी) पानी की आपूर्ति की गई है और 36 तालाब, 325 चेकडैम और 31 बांध भरे जा रहे हैं तथा 162 तालाब, 1,104 चेकडैम और 30 बांध भरे जा चुके हैं.

सिंचाई विभाग की आवश्यकतानुसार, तालाबों, चेकडैम, बांधों आदि को भरने के लिए सरदार सरोवर बांध से पर्याप्त पानी वितरित किया जाता है. इस वर्ष, नर्मदा बांध के अतिप्रवाह काल के दौरान, पुष्पावती, रूपेण, बनास, सरस्वती, साबरमती, वात्रक, कुण, कराड, देव और हेरन जैसी 10 नदियों को नर्मदा जल छोड़कर पुनर्जीवित किया गया है.

चालू मानसून के दौरान, नर्मदा योजना के रिवर बेड पावर हाउस और कैनाल हेड पावर हाउस में कुल 302 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है. इसके साथ ही, सितंबर 2025 में 105 करोड़ यूनिट का अधिकतम मासिक बिजली उत्पादन प्राप्त किया गया है. अब तक कुल 6,810 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन हो चुका है.

एसके/एबीएम