गांधीनगर, 11 सितंबर . छत्तीसगढ़ में बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए गुजरात से Thursday को राहत सामग्री भेजी गई. प्रदेश के Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर स्थित भाजपा मुख्यालय से आवश्यक वस्तुओं से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी ने ‘सेवा ही संगठन’ की भावना को चरितार्थ करते हुए यह सुनिश्चित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों तक जरूरी मदद समय पर पहुंचे.
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री रजनी पटेल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 5 ट्रकों के माध्यम से 8 हजार राहत किट छत्तीसगढ़ के बाढ़ पीड़ितों के लिए रवाना किए गए हैं. इन किटों में तेल, चाय, नमक, चावल, दूध पाउडर, मच्छरदानी, बर्तन, प्याज, आलू सहित रोजमर्रा की सभी आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पंजाब के कुछ हिस्सों में भी जरूरतमंद लोगों के लिए राहत भेजी जा रही है. रेलवे के माध्यम से अरहर दाल, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान पंजाब में भेजा गया है.
रजनी पटेल ने कहा कि सेवा ही संगठन का मंत्र केवल नारा नहीं, बल्कि भाजपा की कार्यशैली का मूल है. जब-जब समाज को जरूरत पड़ी है, भाजपा के कार्यकर्ता सबसे पहले सहायता लेकर पहुंचे हैं. चाहे महामारी हो, प्राकृतिक आपदा हो या कोई और संकट- हम समाज के बीच रहकर काम करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा कार्यकर्ता प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि राहत सामग्री जरूरतमंदों तक समय पर पहुँचे. संगठन और सरकार के बीच तालमेल के साथ यह राहत कार्य संचालित किया जा रहा है.
इससे पहले, Madhya Pradesh की सरकार छत्तीसगढ़ की मदद के लिए आगे आई थी. सीएम मोहन यादव ने बीते दिनों छत्तीसगढ़ को सहायता पहुंचाते हुए एक्स पर एक संदेश में कहा था, “अत्यधिक वर्षा के कारण छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में बाढ़ आई है, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ है. एक पड़ोसी राज्य होने के नाते, हर संभव सहायता प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है. इस संबंध में, Madhya Pradesh सरकार 5 करोड़ रुपये की धनराशि और आवश्यक राहत सामग्री भेज रही है. आपदा की इस घड़ी में, Madhya Pradesh छत्तीसगढ़ के साथ मजबूती से खड़ा है और ज़रूरत पड़ने पर हर संभव सहयोग प्रदान करेगा.”
गोवा के Chief Minister प्रमोद सावंत ने भी छत्तीसगढ़ को राहत सामग्री भेजी है. इसके अलावा, उन्होंने पंजाब और छत्तीसगढ़ को पांच-पांच करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता भी प्रदान की है.
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पीएसके