नौसेना मुख्यालय में काम करने वाला क्लर्क गिरफ्तार, पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप

New Delhi, 26 जून . भारतीय नौसेना मुख्यालय में काम करने वाले क्लर्क विशाल यादव को Pakistan की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उस पर हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान Pakistan की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को संवेदनशील सैन्य जानकारी लीक करने का आरोप है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी की पहचान Haryana निवासी विशाल यादव के रूप में हुई है, जिसे Rajasthan Police के खुफिया विभाग ने गिरफ्तार किया है.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि यादव लंबे समय से आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था और उसने अपने मोबाइल फोन के जरिए नौसेना और अन्य रक्षा इकाइयों के बारे में गोपनीय जानकारी साझा की थी.

वरिष्ठ Police अधिकारी विष्णुकांत गुप्ता के अनुसार, Rajasthan की सीआईडी ​​खुफिया इकाई Pakistanी खुफिया एजेंटों की जासूसी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही थी, जब यादव जांच के दायरे में आया. निगरानी से पता चला कि वह social media प्लेटफॉर्म के जरिए प्रिया शर्मा के नाम से काम करने वाली एक महिला आईएसआई हैंडलर के लगातार संपर्क में था.

गुप्ता ने बताया कि हैंडलर ने यादव को हनीट्रैप में फंसाया और उसे रणनीतिक और गोपनीय रक्षा जानकारी निकालने के लिए पैसे दिए.

Police के मुताबिक, विशाल यादव को ऑनलाइन गेमिंग की लत थी, जिसके कारण वह कर्ज में डूब गया. कर्ज चुकाने के लिए उसने आईएसआई को जानकारी बेची.

अधिकारियों ने बताया कि उन्हें क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अकाउंट के साथ-साथ उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर के जरिए भुगतान किया गया.

विशाल यादव से jaipur के सेंट्रल इंट्रोगेशन सेंटर में खुफिया एजेंसियों की संयुक्त टीम पूछताछ कर रही है. जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कितनी गोपनीय जानकारी लीक हुई और क्या कोई अन्य जासूसी नेटवर्क से जुड़ा है.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद संदिग्ध Pakistanी जासूसी नेटवर्क पर देश भर में कार्रवाई तेज हो गई है. पिछले कुछ हफ्तों में Haryana की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​सहित कई लोगों को आईएसआई से कथित संबंधों के लिए हिरासत में लिया गया है.

एफएम/केआर