अमरावती, 7 मई . मेगास्टार चिरंजीवी ने आंध्र प्रदेश के पिथापुरम विधानसभा क्षेत्र के लोगों से 13 मई के चुनाव के दौरान उनके छोटे भाई और जन सेना पार्टी के नेता पवन कल्याण को चुनने की अपील की.
चिरंजीवी ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें लोगों से अभिनेता-राजनेता पवन कल्याण के लिए वोट करने की अपील की गई.
अपनी प्रजा राज्यम पार्टी (पीआरपी) का कांग्रेस में विलय करने के बाद पिछले एक दशक से राजनीति से दूर रह रहे चिरंजीवी ने कहा कि उनकी तुलना में पवन कल्याण लोगों के बारे में अधिक सोचते हैं.
मेगास्टार ने खुलासा किया कि पवन कल्याण ने मजबूरी में फिल्मों में प्रवेश किया लेकिन स्वेच्छा से राजनीति में प्रवेश किया.
चिरंजीवी ने कहा, ”मेरा छोटा भाई अपने बारे में नहीं बल्कि लोगों के बारे में ज्यादा सोचता है. हर कोई कहता है कि वह सत्ता में आने के बाद लोगों के लिए कुछ करेंगे, लेकिन पवन कल्याण ने किराये पर खेती करने वाले किसानों के आंसू पोंछने के लिए अपना पैसा खर्च किया, हमारी सीमाओं की रक्षा करने वाले जवानों का ध्यान रखा और मछुआरों की मदद की. जब हम ये सब देखते हैं तो हमें लगता है कि लोगों को उनके जैसे नेता की जरूरत है.”
मेगास्टार ने कहा कि किसी भी मां को अपने बेटे को संघर्ष करते हुए देखकर दुख होगा. उन्होंने कहा, ”लेकिन मैंने अपनी मां से कहा कि आपका बेटा कई माताओं और उनके बच्चों के भविष्य के लिए लड़ रहा है. यह हमारे दर्द से भी बड़ा है.”
चिरंजीवी ने कहा कि पवन कल्याण ने जन सेना की स्थापना की क्योंकि उनका मानना है कि जो लोग अन्याय से लड़े बिना चुप रहते हैं वे लोकतंत्र को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं. यह कहते हुए कि पवन कल्याण ने अपना जीवन उन मूल्यों के लिए राजनीति में समर्पित कर दिया है जिनमें वह दृढ़ता से विश्वास करते हैं, मेगास्टार ने कहा कि अगर इस ताकत का उपयोग राज्य के भविष्य के लिए किया जाना है, तो लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी आवाज विधायिका में सुनी जाए.
चिरंजीवी ने 2008 में पीआरपी जारी कर राजनीति में कदम रखा था. हालांकि, फिल्मों के विपरीत, उनकी राजनीतिक पारी फ्लॉप साबित हुई, 2009 के संयुक्त आंध्र प्रदेश के चुनावों में उनकी पार्टी बुरी तरह हार गई. दो साल बाद, उन्होंने पीआरपी का कांग्रेस में विलय कर दिया और राज्यसभा सदस्य बन गये. उन्होंने यूपीए-2 सरकार में केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया.
आंध्र प्रदेश के विभाजन और कांग्रेस पार्टी की अपमानजनक हार के बाद, वह फिल्मों में अभिनय करने के लिए लौट आए.
पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना 13 मई को आंध्र प्रदेश में टीडीपी और बीजेपी के साथ गठबंधन में विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ रही है.
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पीके/