Patna, 5 जुलाई . लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और Union Minister चिराग पासवान ने Patna में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या को लेकर Saturday को कहा कि यह Government के लिए “चिंता का विषय” होना चाहिए. ऐसी घटनाएं गांव में हो रही हों या शहर में, ऐसे मामलों में Government को गंभीर होना चाहिए.
चिराग पासवान ने अपने पिता और पूर्व Union Minister रामविलास पासवान की जयंती पर Patna में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मौजूदा Government के कार्यकाल में सुशासन का राज रहा है, ऐसे में हमें यह भी देखना होगा कि हाल के दिनों में असामाजिक तत्वों को कैसे बल मिल गया कि एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं. यह चिंता का विषय है, इसे हल्के में नहीं जाने दिया जा सकता. उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर Government से भी बात करेंगे.
Maharashtra में हिंदी भाषा को लेकर उठे विवाद के विषय में उन्होंने कहा, “India की भाषाएं यहां की खूबसूरती हैं. मैं भाषाओं को सहेलियों की तरह मानता हूं जो एक-दूसरे के साथ मिल-जुलकर खुशी से रहती हैं और लगातार बढ़ने का काम करती हैं. लेकिन, कुछ स्वार्थी Political दलों द्वारा जिस तरह से इसे लेकर भेदभाव की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है, भले ही वह जाति, क्षेत्र और अब भाषा के नाम पर हो, मैं इसका कतई पक्षधर नहीं हूं. देश का संविधान कहता है कि हम किसी भी भाषा में बात कर सकते हैं. अगर Political दल किसी स्वार्थ को लेकर ऐसा करते हैं तो उसकी निंदा करता हूं.”
उन्होंने Maharashtra में ठाकरे भाइयों के एक साथ, एक मंच पर आने पर कहा कि वे “स्वार्थ के लिए” मिल रहे हैं, खोई जमीन तलाशने के लिए मिल रहे हैं.
उन्होंने बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर कहा कि इसका उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना है कि सही मतदाताओं को उनका अधिकार मिले. कई बार देखा गया है कि कई दिवंगत लोगों की भी पर्चियां कट गईं, जो स्थानीय नहीं हैं, वे भी सूची में शामिल हैं. ऐसे में इसे सरल बनाने का प्रयास किया गया है. घुसपैठियों को लेकर अगर हम लोग चिंतित हैं तो यह करना होगा. उन्होंने लोगों से इसके लिए मदद करने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि यह एक पारदर्शी प्रक्रिया है और इसे आज नहीं तो कल अपनाना ही था.
पूर्व Union Minister रामविलास पासवान की जयंती को लेकर उन्होंने कहा कि आज का दिन हम लोगों के लिए एक त्योहार की तरह रहा. उन्हीं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहा हूं. आज का दिन हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए एक संकल्प दिवस के रूप में है. उनके आदर्शों को पूरा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
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एमएनपी/एबीएम/एकेजे