चिराग पासवान पर हमलावर हुए चाचा पशुपति पारस, नीतीश कुमार को बताया बीमारू मुख्यमंत्री

बक्सर, 23 मार्च . चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस रविवार को बक्सर के कोरान सराय में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उनके साथ पूर्व सांसद प्रिंस राज भी मौजूद रहे. पशुपति पारस ने इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर जुबानी हमला बोला. पशुपति पारस ने चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा को आड़े हाथों लिया और नीतीश कुमार को ‘बीमारू मुख्यमंत्री’ करार दिया.

इस दौरान न्यूज एजेंसी से बात करते हुए पशुपति पारस ने कहा कि 14 मार्च को औरंगाबाद में एक दुखद घटना हुई. छोटी-छोटी बच्चियां होली खेल रही थीं, रंग डाल रही थीं. इसी बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के जिलाध्यक्ष मनोज सिंह, जो 2020 में चुनाव लड़े थे, उनके बेटे सनी सिंह ने बाहर आकर कहा कि ‘दुसाध-चमार कहीं होली खेलता है?’ और फिर एक घर के अंदर चला गया. अब वह नशे में था या पुरानी दुश्मनी थी, यह मुझे नहीं पता. इस दौरान उन्होंने गाड़ी से एक लड़की कोमल पासवान को कुचल दिया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई, एक बच्ची का पैर टूट गया और दूसरी बच्ची का हाथ टूट गया. सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात यह है कि चिराग पासवान, जो खुद को दलितों का नेता कहते हैं, उनकी पार्टी के जिलाध्यक्ष के बेटे ने बच्ची की हत्या कर दी. लेकिन पार्टी का बयान आया कि यह सड़क हादसा है, जो एक शर्मनाक कदम है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान चिराग ने पासवान ने समाज के लोगों से वोट लेकर उन्हें धोखा दिया और अब लोग धीरे-धीरे चिराग पर विश्वास खो रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि औरंगाबाद में ही रंजीत पासवान, जो पत्रकारिता जगत में थे, उनकी भी हत्या हो गई. तीसरी घटना सहरसा में हुई, जहां टीचर राजकुमार पासवान की हत्या कर दी गई. एक सप्ताह में लगातार देख रहे हैं कि बिहार में पासवानों की हत्या हो रही है, पुलिस अधिकारी की हत्या हो रही है और बिहार सरकार मूकदर्शक बनकर बैठी है. इसका कारण यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद बीमार हैं. वह मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं.

बिहार की जनता से अपील करते हुए पारस ने कहा कि 2025 के विधानसभा चुनाव में उन नेताओं को वोट न दें जो भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं और जिन्होंने पिछले 20 वर्षों में बिहार को कोई विकास नहीं दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘जातिवाद में डूबा हुआ’ और ‘बीमारू’ बताया और जनता से नए युग की शुरुआत करने के लिए एक नई पार्टी को मौका देने की अपील की.

वहीं, बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं अभी पूरे बिहार में घूमकर 243 विधानसभा क्षेत्रों में अपने संगठन को मजबूत कर रहा हूं. सदस्यता अभियान चला रहा हूं, 14 अप्रैल को हम घोषणा करेंगे कि हमारा अगला कदम क्या होगा.

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