चिराग दिल्ली में छठ पूजा रोकने के पीछे बांसुरी स्वराज का षड्यंत्र : सौरभ भारद्वाज 

नई दिल्ली, 4 नवंबर . चिराग दिल्ली के इलाके में छठ पूजा मनाने को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच तकरार जारी है. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को पूर्वांचली भाई-बहनों का विरोधी बताते हुए इसके पीछे बांसुरी स्वराज का षड्यंत्र बताया है. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली के छठ घाटों पर भाजपा पर गुंडागर्दी कर पुलिस भेजकर पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ मनाने से रोकने का भी आरोप लगाया है.

दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने चिराग दिल्ली में छठ पूजा आयोजक और कुछ महिलाओं के साथ मिलकर अपना रोष जताया. उन्होंने कहा कि चिराग दिल्ली के सतपुला ग्राउंड पर पूर्वांचली भाई-बहन छठ पूजा विधि-विधान से मनाते थे. 8 साल से यहां छठ पूजा हो रही है. इस बार भी दिल्ली सरकार ने परमिशन दी थी और दिल्ली के 1,000 छठ घाटों में इसका भी नाम है. लेकिन, इस बार इन्हें यहां पूजा नहीं करने दी जा रही. लोग पहले से कह रहे हैं कि बीजेपी की डीडीए द्वारा इन्हें पूजा करने से रोका जा रहा है, इस षड्यंत्र के पीछे बांसुरी स्वराज हैं.

सौरभ भारद्वाज के साथ मौजूद चिराग दिल्ली के छठ पूजा के आयोजक विश्वजीत ने कहा कि पहले हम छठ पर्व मनाने अपने गांव जाते थे. लेकिन, ट्रेन की हालत सबको पता है, टिकट मिलती नहीं और भीड़ भी बहुत होती है. इसलिए, हम पिछले 8 साल से चिराग दिल्ली में छठ पूजा करते आ रहे हैं, क्योंकि दिल्ली सरकार भी हमारी मदद करती है. लेकिन इस बार डीडीए वालों ने हमें पूजा करने से रोक दिया. कल जब हम वहां गए तो कुछ लोग पुलिस वालों के साथ आए और हमें वहां से भगा दिया. हम गांव भी नहीं जा पाए और यहां भी पूजा नहीं करने दी जा रही है, अब हम कहां जाएं?

कुछ महिलाओं ने भी बताया कि हम 8 साल से यहीं छठ का पर्व मनाते हैं, उपवास रखते हैं, फिर पूजा करते हैं, क्योंकि ट्रेन में भीड़ ज्यादा होती है, टिकट मिलती नहीं तो यहीं परिवार के साथ पर्व मनाते हैं. लेकिन कल जब हम घाट पर गए तो पुलिस वालों ने अंदर नहीं घुसने दिया और जो लोग अंदर घुस गए, उन्हें पुलिस वालों ने घसीट-घसीट कर वहां से भगाया. ये बीजेपी वाले चाहते हैं कि दिल्ली से सब बिहारी भाग जाएं. लेकिन, अब हम कहां जाएंगे?

इस मुद्दे पर सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी को घेरते हुए खुली चुनौती दी है कि “भगवत गीता पर हाथ रखकर बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज कसम खाएं कि विश्वजीत कई सालों से छठ पूजा नहीं करवा रहे हैं. बीजेपी के कार्यकर्ता ही बांसुरी स्वराज से छठ पूजा रुकवाने के लिए मिलते हैं, इनमें से कोई पूर्वांचली नहीं है.”

पीकेटी/एबीएम