समान और व्यवस्थित विश्व बहुध्रुवीकरण को संयुक्त रूप से बढ़ावा दे : चीनी प्रतिनिधि

बीजिंग, 17 जुलाई . अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और बहुपक्षीय सहयोग पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस मंगलवार को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित की गई, जिसमें चीनी प्रतिनिधि ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अधिक न्यायपूर्ण और उचित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के निर्माण को बढ़ावा देने, संप्रभु समानता की रक्षा करने, प्रत्येक देश को बहुध्रुवीय प्रणाली में अपनी स्थिति खोजने और अपनी उचित भूमिका निभाने की अनुमति देने तथा संयुक्त रूप से एक समान और व्यवस्थित विश्व बहुध्रुवीयता को बढ़ावा देने का आह्वान किया.

संयुक्त राष्ट्र स्थित चीनी स्थायी प्रतिनिधि फ़ू थ्सोंग ने कहा कि विभिन्न देशों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए, एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का ध्यान रखना चाहिए, प्रत्येक देश के लोगों द्वारा स्वतंत्र रूप से चुने गए विकास पथों और संस्थागत मॉडलों का सम्मान करना चाहिए, और अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. बातचीत के माध्यम से विवादों को सुलझाना और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को हल करना चाहिए. अधिक संतुलित, प्रभावी और टिकाऊ सुरक्षा वास्तुकला का निर्माण करना चाहिए.

उन्होंने बल देते हुए कहा कि विश्व में केवल एक ही व्यवस्था है, और वह है अंतर्राष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था. नियमों का केवल एक ही सेट है, जो संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंड हैं.

फ़ू थ्सोंग ने यह भी कहा कि शीत युद्ध से बचे एक क्षेत्रीय सैन्य समूह के रूप में, नाटो अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार करना चाहता है, झूठी कहानियां बनाने के लिए उत्सुक है, हर जगह आग में घी डालता है, शिविरों के बीच टकराव को भड़काता है, और यहां तक ​​कि यूक्रेन के लिए क्षेत्र के बाहर के देशों को भी दोषी ठहराता है. यह शांति और वार्ता को बढ़ावा देने के अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों के विपरीत है.

उन्होंने कहा कि इतिहास ने पूरी तरह साबित कर दिया है कि जहां भी नाटो के काले हाथ बढ़ेंगे, अशांति और अराजकता सामने आएगी. चीन नाटो और कुछ देशों को सलाह देता है कि वे खुद पर विचार करें और ऐसे उपद्रवी बनना बंद करें जो दूसरों की कीमत पर खुद को फायदा पहुंचाते हैं और आम सुरक्षा को कमजोर करते हैं.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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