चीनी विदेश मंत्रालय ने शीत्सांग सम्बंधी सूचनाओं का किया खंडन

बीजिंग, 28 अगस्त . चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने बुधवार को हुई प्रेस वार्ता में कुछ पश्चिमी मीडिया, संगठन व राजनीतिज्ञों द्वारा हाल ही में फैलाये गये शीत्सांग यानी तिब्बत सम्बंधी झूठी सूचनाओं का खंडन किया. उन्होंने बल दिया कि शीत्सांग सवाल पर चीन का पक्ष निरंतर और स्पष्ट है. शीत्सांग मामला चीन का आंतरिक मामला है, जिसमें किसी भी बाहरी शक्ति के दखल की अनुमति नहीं है.

रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में न्यूयार्क टाइम्स आदि पश्चिमी मीडिया और संगठन ने शीत्सांग सम्बंधी झूठी खबरें जारी कीं और दावा किया कि चीन के आर्थिक विकास के कदमों ने तिब्बती जनता के जीवन शैली और पारिस्थितिकी संस्कृति को बर्बाद किया. कुछ विदेशी राजनीतिज्ञ इसके बहाने चीन के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करते हैं. इसके साथ शीत्सांग की यात्रा कर चुके कई विदेशी अध्ययनकर्ताओं और मीडियाकर्मियों ने बताया कि चीन की केंद्रीय सरकार ने शीत्सांग के राजनीतिक व आर्थिक विकास के लिए बहुत समर्थक नीतियां प्रस्तुत की हैं और वहां के राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक विकास को बेहतर किया है.

सम्बंधित सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि चीन सम्बंधित राजनीतिज्ञों, मीडिया व संगठनों द्वारा तथ्यों को तोड़-मरोड़कर झूठ फैलाने का डटकर विरोध करता है.

प्रवक्ता ने कहा कि लंबे अरसे से शीत्सांग का स्वस्थ आर्थिक विकास हुआ, सामाजिक सौहार्द व स्थिरता बनी रही है, संस्कृति व परंपरा का संरक्षण व प्रचार हुआ, जनजीवन के स्तर व गुणवत्ता में कायापलट आया. शीत्सांग का विकास व प्रगति केंद्रीय सरकार के ख्याल और पूरे देश की जनता के समर्थन से अलग नहीं हो सकता. खासकर नये युग में शीत्सांग ऐसे ऐतिहासिक चरण में प्रवेश कर गया है, जिसमें सबसे अच्छा विकास, सबसे बड़ा परिवर्तन और जनता को सबसे अधिक ठोस लाभ मिला है. चीन अधिकतर विदेशी लोगों का शीत्सांग जाकर एक असली शीत्सांग का पता लगाने और शीत्सांग के विकास का अनुभव करने का स्वागत करता है.

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

/