बीजिंग, 14 मई . चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने चीन की राजधानी पेइचिंग में दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री चो ताए-यूल के साथ वार्ता की. वार्ता के दौरान, वांग यी ने इस बात पर जोर दिया कि चीन और दक्षिण कोरिया करीबी पड़ोसी हैं और उन्हें अक्सर एक-दूसरे के देश का दौरा करना चाहिए.
उन्होंने चीन-दक्षिण कोरिया संबंधों में हालिया कठिनाइयों और चुनौतियों को स्वीकार किया, जो दोनों पक्षों के समान हितों से मेल नहीं खाता है.
वांग यी को उम्मीद है कि दोनों देश राजनयिक संबंध स्थापित करने की प्रारंभिक इच्छाओं का पालन करते हुए अच्छे पड़ोसी और मित्रता को बढ़ावा देंगे, पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग बढ़ाएंगे, हस्तक्षेप खत्म करके एक ही दिशा में आगे बढ़ेंगे, एक साथ मिलकर द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास को बढ़ावा देंगे.
उन्होंने यह भी इच्छा व्यक्त की कि दक्षिण कोरिया एक-चीन सिद्धांत का पालन करे, थाईवान से संबंधित मुद्दों को उचित रूप से संभाले और द्विपक्षीय संबंधों की राजनीतिक नींव को मजबूत करे.
उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों देश अधिक वस्तुगत और सकारात्मक संदेश भेजकर सकारात्मक मार्गदर्शन बढ़ाएं, मानवीय आदान-प्रदान को घनिष्ठ करते हुए द्विपक्षीय संबंधों के लिए जनमत की नींव को मजबूत करें.
वांग यी ने यह भी कहा कि चीन नई गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्तियों के विकास में तेज़ी ला रहा है, उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा दे रहा है, और उच्च स्तरीय खुलेपन का विस्तार कर रहा है, जिनसे दक्षिण कोरिया को महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा.
चो ताए-यूल ने कहा कि दक्षिण कोरिया चीन के साथ अपने संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है. दक्षिण कोरिया-चीन संबंधों के विकास को बढ़ावा देना और हाथ मिलकर आम चुनौतियों का समाधान करना न केवल दोनों देशों और उनके लोगों के साझा हित में है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अपेक्षा भी है.
वार्ता में चो ताए-यूल ने यह भी कहा कि दक्षिण कोरिया चीन के साथ मिलकर आपसी विश्वास बढ़ाना, सर्वसम्मति का विस्तार करना, सहयोग पर ध्यान केंद्रित करना, जितना संभव हो सके भू-राजनीतिक कारकों से उत्पन्न बाधाओं से बचना और संयुक्त रूप से दक्षिण कोरिया-चीन सहयोग के लिए नया अध्याय शुरू करना चाहता है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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