बीजिंग, 21 जुलाई . आज के दौर में इंटरनेट हम सभी के जीवन का अहम हिस्सा बन गया है. मोबाइल फोन ने इंटरनेट की उपलब्धता को बहुत आसान बना दिया है. क्योंकि कोई भी मोबाइल फोन में इंटरनेट डेटा डलवाकर देश, दुनिया के बारे में सारी जानकारी हासिल कर सकता है.
हाल के दशक में इंटरनेट के क्षेत्र में क्रांति आ चुकी है. अब साधारण इंटरनेट नहीं तेज गति के इंटरनेट की बात होती है, 6जी का युग शुरू हो गया है. चीन इस मामले में अग्रणी भूमिका निभा रहा है. हालांकि, इंटरनेट के कई फायदे हैं, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल भी होता है. विशेषकर छोटे बच्चे और किशोर आसानी से गैरजरूरी और अश्लील सामग्री तक पहुंच सकते हैं. जिससे उनके मन-मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसे देखते हुए विभिन्न देशों की सरकारें समय-समय पर अभियान चलाती हैं.
चीन भी इसको लेकर गंभीर है, संबंधित विभाग इसके बारे में जागरूकता भी फैलाते हैं. बता दें कि चीन में इस बारे में सख्त कानून बने हुए हैं, नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. इस बीच चीन के शीर्ष इंटरनेट नियामक ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान बच्चों को ऑनलाइन मंच पर सुरक्षित रखने के लिए दो महीने का अभियान शुरू किया है.
बताया जाता है कि इसका उद्देश्य ई-कॉमर्स के क्षेत्र में अनुचित सामग्री को लक्षित करना है. हाल में जारी रिपोर्ट के अनुसार, चीन के साइबरस्पेस प्रशासन का उद्देश्य उन लोगों से निपटना है जो लाभ के लिए मॉडल बच्चों को अभद्र तरीके से पोज देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और किशोरों को एनिमेटेड सीरीज और वीडियो गेम बेचने की आड़ में थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म पर भेजते हैं. इस तरह अश्लील और हिंसक सामग्री परोसी जाती है.
साइबर प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्टेशनरी और लोकप्रिय एनीमेशन पात्रों के स्केल मॉडल जैसे उत्पादों की बिक्री को भी निशाना बनाएगा. माना जाता है कि इस तरह के उत्पाद अश्लील प्रकृति के हो सकते हैं. जो यूजर्स के दिमाग पर गलत असर डालते हैं. साइबरस्पेस प्रशासन ने छोटी कंपनियों को बच्चों को अनुचित उत्पादों की गुप्त रूप से मार्केटिंग करने से रोकने के लिए नियंत्रण संबंधी उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है.
चीन की कम्युनिस्ट यूथ लीग की केंद्रीय समिति और चीन इंटरनेट नेटवर्क सूचना केंद्र द्वारा किशोर इंटरनेट उपयोग पर एक रिपोर्ट की मानें तो वर्ष 2022 में किशोर इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 193 मिलियन से अधिक पहुंच गयी. जिसमें किशोरों के बीच इंटरनेट की पहुंच साल 2018 में 93.7 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 97.2 प्रतिशत हो गई. इससे पता चलता है कि कम उम्र के लोगों में इंटरनेट का इस्तेमाल कितना बढ़ चुका है.
चाइना यूनिवर्सिटी ऑफ पॉलिटिकल साइंस एंड लॉ में संचार कानून अनुसंधान केंद्र के उप प्रमुख चू वेई के मुताबिक आम तौर पर उम्र जितनी कम होती है, निर्णय और आत्म-नियंत्रण क्षमता उतनी ही कम होती है. उन्होंने बताया कि कुछ माता-पिता सुविधा के लिए अपने अकाउंट बच्चों को सौंप देते हैं, जिससे ऐप डाउनलोड और सामग्री ब्राउज़िंग के लिए चाइल्ड मोड अप्रभावी हो जाते हैं. उन्होंने नाबालिगों को इंटरनेट की लत लगने या भ्रमित होने से रोकने में माता-पिता की जिम्मेदारी पर जोर दिया.
इससे साबित होता है कि चीन इंटरनेट की लोकप्रियता से अच्छी तरह वाकिफ है, ऐसे में वह बच्चों और किशोरों को इसके सही इस्तेमाल के लिए प्रतिबद्ध है. चीनी साइबर प्रशासन द्वारा पूर्व में की गई कार्रवाइयों और अभियानों से भी इसका पता चलता है.
(अनिल पांडेय, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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