बीजिंग, 20 फरवरी . चीन-रूस अंतर्राष्ट्रीय वुशू चैंपियनशिप रूस के वोलोग्दा ओब्लास्ट की राजधानी वोलोग्दा में शुरू हुई.
उद्घाटन समारोह में चीनी और रूसी एथलीटों ने थाई ची मुक्केबाज़ी और तलवारबाजी आदि इवेंटों का प्रदर्शन किया. आयोजन स्थल पर लगातार तालियां और जयकारे गूंज रहे थे.
रूस में स्थित चीनी दूतावास के मंत्री ज्यांग वेई ने अपने भाषण में कहा कि चीनी सभ्यता के बिजनेस कार्ड के रूप में, मार्शल आर्ट चीनी पारंपरिक संस्कृति का सार प्रस्तुत करता है.
उन्होंने कहा कि एक खेल और स्वस्थ जीवनशैली के रूप में मार्शल आर्ट ने चीन और रूस के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और लोगों के बीच मित्रता का पुल बनाया है.
वोलोग्दा ओब्लास्ट के गवर्नर जॉर्जी फिलिमोनोव ने कहा कि मार्शल आर्ट न केवल गति, शक्ति और धीरज का प्रतीक है, बल्कि रूसी-चीनी संबंधों के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक मूल्यवान संसाधन भी है. उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के एथलीट इस प्रतियोगिता के माध्यम से इस संसाधन की क्षमता का अधिक पूर्ण इस्तेमाल कर पाएंगे.
बताया गया है कि इस बार की अंतर्राष्ट्रीय वुशू चैंपियनशिप दो दिन तक चलेगी. चीनी और रूसी एथलीट दो प्रमुख स्पर्धाओं यानी वुशु रूटीन और सांडा में प्रतिस्पर्धा करेंगे.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/