बीजिंग, 4 जुलाई . विश्व बौद्धिक संपदा संगठन ने ‘जनरेटिव एआई पेटेंट स्थिति रिपोर्ट’ जारी की. इस रिपोर्ट के मुताबिक 2014 से 2023 तक, चीनी आविष्कारकों ने सबसे बड़ी संख्या में जनरेटिव एआई पेटेंट के लिए आवेदन किया है, जो अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और भारत से कहीं अधिक है.
2014 से 2023 तक, वैश्विक जनरेटिव कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संबंधित आविष्कार अनुप्रयोगों की संख्या 54,000 तक पहुंच गई, जिनमें से 25 प्रतिशत से अधिक पिछले वर्ष सामने आए. जेनरेटिव एआई उपयोगकर्ताओं को औद्योगिक और उपभोग उत्पादों की एक श्रृंखला को सशक्त बनाने के लिए टेक्स्ट, चित्र, संगीत और कंप्यूटर कोड जैसी सामग्री बनाने की अनुमति देता है.
2014 और 2023 के बीच, चीन के जनरेटिव कृत्रिम बुद्धिमत्ता आविष्कार 38,000 से अधिक हो गए, जो दूसरे स्थान पर मौजूद अमेरिका से छह गुना अधिक है. रिपोर्टों से पता चलता है कि जनरेटिव एआई जीवन विज्ञान, विनिर्माण, परिवहन, सुरक्षा और दूरसंचार जैसे उद्योगों में फैल गया है. जनरेटिव एआई पेटेंट पर फोटो और वीडियो डेटा हावी है. इसके बाद पाठ और आवाज, संगीत है. आणविक, आनुवंशिक और प्रोटीन डेटा के लिए जेनरेटिव एआई पेटेंट तेजी से बढ़ रहे हैं.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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